खरसावां.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के पूर्व निदेशक एवं संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित छऊ गुरु तपन कुमार पटनायक ने छऊ नृत्य और योग के गूढ़ संबंध को रेखांकित करते हुए नृत्य के माध्यम से योगिक मुद्राओं को प्रस्तुत किया. छऊ को एक जीवंत योगशाला के रूप में दर्शाया गया है. छऊ नृत्य द्वारा योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया. “वन अर्थ-वन हेल्थ” की वैश्विक थीम को सार्थक करते हुए छऊ गुरु तपन पटनायक ने स्थानीय कलाकारों के साथ मिलकर छऊ नृत्य की विविध मुद्राओं में योग के अष्टांग स्वरूप को सजीव रूप से प्रस्तुत किया. योग के शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक पहलुओं को छऊ नृत्य के माध्यम से रेखांकित करते छऊ गुरु तपन पटनायक ने कहा कि छऊ नृत्य में योग निहित है और छऊ नृत्य में योग एक अभिन्न अंग है. मौके पर कुसमी पटनायक, प्रफुल्ल नायक, ठंगरु मुखी, सुश्री लक्ष्मी प्रिया दास, सुश्री सुहाना सिंहदेव, राम महतो, सुखमती नायक आदि मौजूद थे.एनएसएसएस विद्या मंदिर के 700 बच्चों ने किया योग
चांडिल
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के चारों प्रखंड में शनिवार को योग दिवस मनाया गया. चांडिल अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय में योग शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर अपर जिला व सत्र न्यायाधीश सचिन्द्र नाथ सिन्हा, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी डाॅ रवि प्रकाश तिवारी एवं अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी अमित खन्ना ने योगाभ्यास किया. वही चांडिल के एनएसएसएस विद्या मंदिर में प्रधानाचार्य कुणाल कुमार, योगाचार्य सुब्रत चटर्जी, अजीत कुमार ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मौके पर 700 बच्चों व 30 आरपीएफ जवानों ने एक साथ योग किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

