केंद्रीय जल आयोग गंगा पर रख रहा नजर प्रतिनिधि, साहिबगंज. जून माह की शुरुआत के साथ ही मानसून के आगमन की आहट सुनाई देने लगी है और इसी के साथ गंगा नदी के जलस्तर पर केंद्रीय जल आयोग ने सतर्क दृष्टि बनाए रखी है. आयोग ने एक जून से गंगा के दैनिक जलस्तर का आकलन शुरू कर दिया है, जिससे बाढ़ की पूर्वानुमान प्रणाली को सक्रिय किया जा सके. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को विभिन्न स्थानों पर गंगा का जलस्तर इस प्रकार दर्ज किया गया: हाथीदह: चेतावनी रेखा 40.76 मीटर, खतरे का निशान 41.76 मीटर, वर्तमान स्थिति 33.94 मीटर मुंगेर: चेतावनी रेखा 38.33 मीटर, खतरे का निशान 39.33 मीटर, वर्तमान स्थिति 29.93 मीटर भागलपुर: चेतावनी रेखा 32.68 मीटर, खतरे का निशान 33.68 मीटर, वर्तमान स्थिति 25.19 मीटर कहलगांव: चेतावनी रेखा 30.90 मीटर, खतरे का निशान 31.90 मीटर, वर्तमान स्थिति 24.15 मीटर साहिबगंज: चेतावनी रेखा 26.25 मीटर, खतरे का निशान 27.25 मीटर, वर्तमान स्थिति 21.54 मीटर गंगा तट के दियारा क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोग भी जलस्तर पर नजर रख रहे हैं, क्योंकि मानसून के दौरान गंगा का जलस्तर बढ़ने से शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ जाती है. क्या कहते हैं सीओ प्रशासन दियारा क्षेत्र समेत गंगा के जलस्तर पर निरंतर नजर बनाए हुए है. संभावित बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए पूर्व से ही तैयारियां की जा रही हैं, ताकि समय पर राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किए जा सकें. बासुकीनाथ टुडू, सीओ, साहिबगंज
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