साहिबगंज. साहिबगंज में गंगा नदी उफान पर है. गंगा के जलस्तर में गुरुवार को चार सेमी वृद्धि दर्ज की गयी है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 81 सेमी ऊपर बह रही है. केंद्रीय जल आयोग पटना की दैनिक रिपोर्ट में 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 06 सेमी बढ़ने की संभावना जतायी गयी है. केंद्रीय जल आयोग पटना से जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार सुबह छह बजे साहिबगंज में गंगा का जलस्तर 28.06 मीटर मापा गया, जो खतरे के निशान 27.25 से 81 सेमी ऊपर बह रही है. जल आयोग ने फोरकास्ट में जलस्तर घटने की संभावना जतायी है. 10 दिनों से जलस्तर में वृद्धि होने से दियारा व शहरी क्षेत्र के निचले इलाके के लोग चिंतित हैं.सदर प्रखंड क्षेत्र के रामपुर, गर्म टोला , शोभनपुर दियारा के 200 एकड़ में लगी मक्के की फसल में पानी प्रवेश कर गया है. मजबूरीवश किसान फसल काट रहे हैं. जलस्तर बढ़ने से शहरी क्षेत्र के बिजली घाट के सामने व कमल टोला, हरीपुर, रसुलपुर दहला, हरिजन टोला, भरतिया कॉलोनी के पीछे के निचले इलाकों में गंगा का पानी घुस गया है. कई जगहों पर कटाव जारी, लोग पहुंच रहे शहर में साहिबगंज. सदर प्रखंड के रामपुर दियारा, दुर्गा स्थान टोला टोपरा, बड़ा रामपुर, छोटा रामपुर, हरप्रसाद में कटाव जारी है. गुरुवार को भी कई पेड़ व घर गंगा में समा गया है. लगभग 150 घर चपेट में है. कारगिल दियारा के दर्जनों लोग साहिबगंज आये हैं, जबकि पशु को लेकर गंगा थाना के समीप कैंप किये हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चारों बगल से बाढ़ में गिरे हुए हैं. नाव की व्यवस्था करने मांग की है. कई जानवर को लेकर चानन व कबूतरखोपी दियारावासी पहुंचे हैं. पशु पालन विभाग की ओर पशु की चारा की व्यवस्था की गयी है. राहत सामग्री का वितरण शुक्रवार से किया जायेगा. जिप उपाध्यक्ष ने प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा साहिबगंज व आसपास के क्षेत्रों में गंगा के जलस्तर में वृद्धि से रामपुर दियारा, टोपरा, कारगिल लाल बथानी सहित कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. गांवों में पानी घुसने से लोगों के सामने भोजन, पानी और चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है. घर डूबने से चूल्हा नहीं जल रहा और गांवों में अंधेरा पसरा है, जिससे जहरीले जीवों का खतरा बढ़ गया है. जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर सहायता का भरोसा दिलाया. उपायुक्त हेमंत सती ने भी बाढ़ राहत शिविरों की जानकारी देते हुए लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. फिर भी सैकड़ों परिवार अब भी बाढ़ से जूझ रहे हैं.
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