बरहरवा. नगर पंचायत क्षेत्र के कुड़लपाड़ा में प्रभात खबर आपके द्वार का आयोजन किया गया. जिसमें स्थानीय लोगों ने अपने आसपास की समस्याओं से अवगत कराया. कार्यक्रम में लोगों ने बताया कि शहर के लोग अक्सर जाम की समस्या से परेशान रहते हैं. बरसात में शहर की नाली, जो जाम रहती है उसका गंदा पानी मुख्य सड़क पर आ जाता है. शहर का मुख्य बड़ा नाला जोला नाला जो अतिक्रमण का शिकार हो गया है. लोगों ने इस पर घर बना लिये हैं. इसका अतिक्रमणमुक्त होना चाहिए. सामुदायिक शौचालय जगह-जगह बनाया गया है लेकिन इसका मेंटनेंस भी सही से नहीं हो पाता है. स्थायी तौर पर बरहरवा शहर में बस स्टैंड या टेंपो स्टैंड का निर्माण अभी तक नहीं कराया गया है. सड़क किनारे कई लोग दुकान लगाते हैं, जिस कारण अक्सर मुख्य सड़क जाम रहता है. सब्जी मंडी हो या बरहरवा रेलवे स्टेशन चौक प्रत्येक दिन सुबह शाम यहां जाम लगता है. बिजली की समस्या गर्मी आते ही शुरू हो जाती है. रात में अक्सर पावर कट की समस्या होती है. शहर में एक अच्छा अस्पताल नहीं है. यहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहरवा है, जो सरकारी व्यवस्था के तहत चलता है. कभी डॉक्टर नहीं रहते हैं तो कभी एंबुलेंस समय पर नहीं मिल पाता है. इस कारण स्थानीय लोगों ने इन सभी मुद्दों को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की और बताया कि अगर हमारे शहर को विकसित करना है तो इन सभी मूलभूत सुविधाओं को ठीक करना होगा. शुद्ध पेयजल के लिए जगह-जगह पिछले वर्ष ही टंकी लगाये गये थे. कई पानी टंकी खराब हैं. वहीं, इस बार गर्मी आते ही कुछ चापाकलों का निर्माण कराया गया है. शहर की जलापूर्ति योजना अक्सर खराब रहती है. दो-तीन दिन लगातार जब शिकायत होती है तब जाकर यह ठीक होता है. कार्यक्रम में निवर्तमान वार्ड पार्षद ललिता पासवान, कल्याणी मंडल, दीप्ति मंडल, सुषमा देवी, नीलिमा मंडल सहित अन्य मौजूद थे. बरहरवा नगर पंचायत की जनसंख्या- करीब 25000 शहर के लोग जाम से हैं परेशान… बरहरवा नगर पंचायत के सड़क के कई दुकानदार अपनी दुकानें सड़क के किनारे लगा देते हैं. जिससे अक्सर जाम लगता है. वहीं, बरहरवा शहर के लिए नगर पंचायत की ओर से बनाया गया अंडरपास रास्ता काफी संकरा होने के कारण भी सुबह-शाम यहां जाम लगता है. बरहरवा रेलवे स्टेशन चौक पर ऑटो एवं टोटो चालक जहां-तहां अपनी गाड़ी खड़ी कर सवारी बैठाते हैं. इस कारण भी वहां पर जाम लगता है. सड़क किनारे फल एवं सब्जी की दुकानें लगती है, जिससे वहां पर भी जाम की समस्या बनी रहती है. इसे लेकर कई बार प्रशासन के द्वारा अतिक्रमणमुक्त को लेकर अभियान चलाया गया, लोगों से जुर्माना वसूला गया लेकिन फिर भी लोग नहीं मान रहे. अब ऐसे में प्रशासन को इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने होंगे. बरहरवा नगर पंचायत में कचरा फेंकने के लिए जमीन नहीं हो सकी चिह्नित बरहरवा नगर पंचायत के कचरे का उठाव नियमित तो नहीं होता है. जिससे कई जगह कचरे का अंबार लगा रहता है तो वहीं कुछ जगहों पर जो सफाई होती है, वहां से कचरा उठाया जाता है तो उसे शहर से सटे बरहरवा- फरक्का मुख्य पथ के हाई स्कूल मोड़ के पास सड़क किनारे ही फेंक दिया जाता है. कचरा फेंकने के लिए नगर पंचायत 7 साल में अभी तक इसकी जमीन चिन्हित नहीं कर पायी है. इसे लेकर कई बार नगर पंचायत कार्यालय के पदाधिकारियों को शिकायत भी की गयी है लेकिन अभी तक बरहरवा नगर पंचायत की ओर से कचरा फेंकने की जमीन चिन्हित नहीं की जा सकी है और आज भी प्रत्येक सुबह-शाम यहां पर सड़क किनारे कचरा फेंका जाता है. सड़क किनारे कचरा फेंक जाने के बाद अक्सर शरारती तत्वों के द्वारा कचरे के ढेर में आग लगा दी जाती है. कचरे में आग लगने से जो धुआं उठता है वह चारों तरफ फैल जाता है. जिसके कारण आने जाने वाले वाहनों को काफी परेशानी होती है.
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