साहिबगंज : पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का नाम तो ममता है, लेकिन उनके अंदर ममता नाम की कोई चीज नहीं है. यह बातें बंगाल प्रदेश के भाजपा प्रदेश कमेटी के राज्य कमेटी सदस्य सह विशेष आमंत्रित सदस्य श्रीरूपा मित्रा चौधरी ने मंगलवार को झारखंड राज्य के साहिबगंज नगर के अमख पंचायत भवन में प्रभात खबर से बातचीत करने के क्रम में कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला है और उन्हीं के राज्य में उनके कार्यकर्ताओं के द्वारा नवचयनित महिला जनप्रतिनिधि व आम महिलाओं के साथ मारपीट दुर्व्यवहार किया जा रहा है. आलम यह है कि बंगाल के ग्रामीण क्षेत्र के 600 भाजपा क जीते हुये जनप्रतिनिधि बेघर हो गये है.
जीते हुए जनप्रतिनिधियों को गांव में नहीं घुसने व घर जला देने की धमकी टीएमसी के लोग दे रहे हैं. पूरे बंगाल में भय का माहौल व्याप्त है. टीएमसी के आतंक के कारण 8 व 9 माह के गर्भवती महिला भी जान बचाने के लिये अपना घर छोड़ भागी फिर रही है. उन्होंने कही कि पश्चिम बंगाल में गणतंत्र का विनाश हो चुका है. जब हमलोगों ने मालदा एसपी से मिलकर घटना पर अंकुश लगाने व सुरक्षा देने की बात कही. तो एसपी साहब ने कहा कि मालदा में सब तो ठीक ठाक है. उन्होंने बतायी कि कुछ भी हो जाये मैं चुप नहीं बैठूंगी. चाहे मेरी जान चली जाये लेकिन मैं अपने साथियों व कैडर के लिये संघर्ष करती रहूंगी. श्रीरूपा ने बतायी कि बंगाल में हो रही घटना के संबंध में मैंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय महिला आयोग को भी पत्र लिखी हूं.