रांची. यूपीएससी सीएसई परीक्षा 2024 की परीक्षा में रांची के विद्यांशु शेखर झा ने ऑल इंडिया रैंक 59 प्राप्त किया है. उनकी प्रारंभिक शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल, बारियातू से हुई. इसके बाद उन्होंने वीआइटी वेल्लोर तामिलनाडु से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की. 2017 में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 2018 से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने दिल्ली चले गये. पहले तीन अटेम्प्ट में उनका प्रिलिम्स भी नहीं क्लियर हो सका. पहली बार में दो अंक, दूसरी बार में 0.67 अंक व तीसरी बार में एक नंबर से प्रिलिम्स क्लियर नहीं हो पाया. लेकिन विद्यांशु निराश नहीं हुए. लगातार मेहनत करते रहे.
छुट्टी लेकर अपनी तैयारी जारी रखी
2022 की सिविल सेवा परीक्षा में वे डानिक्स कैडर के रूप में चयनित किए गए. इसकी ट्रेनिंग के बाद उन्होंने कुछ माह की छुट्टी लेकर अपनी तैयारी जारी रखी. 2023 में यूपीएससी आइएफएस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक पांच प्राप्त किया. अभी वह मध्यप्रदेश कैडर के रूप में ट्रेनिंग कर रहे हैं. उनके पिता सुशील कुमार झा एनजीओ चलाते हैं. वहीं मां विद्या झा पूर्व शिक्षक हैं. उनकी छोटी बहन डॉ. जागृति झा अमेरिका में बाल चिकित्सा विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं.
मां-पिता ने बड़ा त्याग किया
विद्यांशु ने कहा कि उनकी तैयारी में मां-पिताजी ने बड़ा त्याग किया. पिताजी ने मेरे तैयारी में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो उसके लिए मां को मेरे साथ दिल्ली भेज दिए. पिताजी खुद रांची में अकेले रहते थे, खुद ही सारी समस्याओं का सामना करते थे. मां ने मुझे व बहन को पढ़ाने के लिए टीचर का जॉब भी छोड़ दिया. उन्होंने अपनी तैयारी की रणनीति के बारे में बताते हुए कहा कि हर तीन माह का प्लानिंग करते थे. जिसे सिलेबस के अनुसार हर हफ्ते में बांटते थे. घंटे निर्धारित कर नहीं पढ़ाई किए. जब तक पढ़ सकते थे पढ़ाई करते थे, थकान हाेने पर ब्रेक लेते थे. न्यूज पेपर हर दिन पढ़ते थे. इसका एडिटोरियल पर विशेष ध्यान देते थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है