विशेष संवाददाता, रांची. राज्य सरकार निषिद्ध मादक पदार्थों की रोकथाम को लेकर गंभीर है. इसके लिए गृह विभाग ने मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जागरूकता कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. मंगलवार को डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में 20 से 23 मई 2025 तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने किया. इस दौरान कल्याण सचिव मनोज कुमार भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने राज्य को नशामुक्त करने की शपथ ली. मौके पर वंदना दादेल ने कहा कि राज्य को पूर्ण रूप से निषिद्ध मादक पदार्थों से मुक्त करना है. यह सरकार की प्राथमिकता में है और सभी को मिलकर इसे पूरा करना है. प्रमंडलवार एक-एक दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम : मंगलवार को दक्षिणी छोटानागपुर के मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. इसमें मास्टर ट्रेनर को मादक पदार्थों के सेवन को रोकने, संभावित उपचार, स्वास्थ्य प्रभावों तथा कानून संबंधी जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी गयी. 21 मई को उत्तरी छोटानागपुर, 22 मई को संथाल परगना और 23 मई को कोल्हान एवं पलामू प्रमंडल के मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जायेगा. जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने पर हुई चर्चा : प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा हुई. राज्य में एसएचजी, एनवाइकेएस, युवा क्लब सहित विभिन्न संस्थानों की भूमिका पर भी विचार किया गया. प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि नशे के शिकार युवाओं को कैसे मदद दी जा सकती है. कार्यक्रम में झारखंड पुलिस, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन एवं खेल विभाग, जेएसएलपीएस तथा वन विभाग के मास्टर ट्रेनर्स ने प्रशिक्षण प्राप्त किया.
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