रांची. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की पूर्व संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी बहन का स्मृति दिवस चौधरी बगान में मनाया गया. रांची विवि की प्रो डॉ रानी प्रगति ने कहा कि वर्तमान संदर्भ में रानी बहन का निरंकारी जीवन पग-पग पर हमें अहंकार विसर्जन बाह्य प्रदर्शन से विमुक्त, मध्यम आकर्षण पर हावी होकर क्षणिक नाम–मान–शान की कोमलना सक्तल्य को विनष्ट करने की प्रबल प्रेरणा दे रहा है. मारवाड़ी युवा मंच समर्पण शाखा की अध्यक्ष पूजा अग्रवाल ने कहा कि विश्व के पुनर्लय का कार्य ब्रह्माकुमारी संस्थान में स्वयं परमात्मा द्वारा संपन्न हो रहा है. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका ने कहा कि पांच विकारों को राजयोग द्वारा दग्ध करने से मानव मस्तिष्क में विकार रूपी कीटाणुओं का सर्वनाश होना संभव हो सकता है. रानी बहन की प्रेरणा व निर्मला बहन के प्रयासों द्वारा ही रांची सेवा केंद्र की सेवाओं का विस्तार रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, गया, डालटेनगंज, गढ़वा आदि स्थानों तक हुआ है. ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सेवाएं प्रारंभ होने के शुरू के दिनों में ही रानी बहन को अमृतसर पंजाब से ईश्वरीय संदेश मिला था. उस समय ईश्वरीय विश्वविद्यालय एक पौधे सदृश था, जो अब अनेक टहनियों वाला विशाल वृक्ष बन कर सारे संसार के विभिन्न भागों में आध्यात्मिक सेवा प्रदान कर रहा है.
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