रांची. यूनिसेफ और नव भारत जागृति केंद्र द्वारा चलाये जा रहे बाल रिपोर्टर कार्यक्रम के तहत गुरुवार को सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे 10 बाल रिपोर्टरों के साथ उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने संवाद किया. इस दौरान बाल रिपोर्टरों ने डीसी से ड्रॉपआउट छात्रों का फिर से नामांकन, लिंग भेद को चुनौती देने व स्कूल परिसरों के आसपास से शराब विक्रेताओं को हटाने की मांग रखी. स्कूलों में चहारदीवारी की कमी, क्षतिग्रस्त छतें और जर्जर सड़कों की समस्या भी रखी. जिस पर डीसी ने संज्ञान लेते हुए उसे दुरुस्त कराने का निर्देश दिया. कार्यक्रम में बच्चों ने डीसी से सवाल किया कि आइएएस कैसे बन सकते हैं. इस पर डीसी ने कहा कि आइएएस बनने के लिए जरूरी नहीं कि आप बाहर जायें. घर में रह कर भी स्टडी मेटेरियल मंगा सकते हैं. ऑनलाइन भी बहुत कुछ मिल सकता है. पढ़ाई के लिए आत्मविश्वास जरूरी है. दृढ़ निश्चय बना कर रखें. सफलता आपके कदम चूमेगी. डीसी ने बच्चों को मोबाइल का कम से कम उपयोग करने की सलाह दी. बच्चों को समाहरणालय का भ्रमण कराया गया : बच्चों के आग्रह पर डीसी ने उन्हें समाहरणालय का भ्रमण कराया. बताया कि यहां बैठे अधिकारी किस प्रकार काम करते हैं. मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह, जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज, यूनिसेफ की आस्था अलंग व प्रीति श्रीवास्तव, राजेश झा, देबांजलि मंडल आदि उपस्थित थे.
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