72वें स्थापना दिवस पर साधकों के साथ पहुंचे समर्थगुरु ने कैडेट बनने का दिया संदेश
ध्यान योग कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा, विद्यालय प्रशासन ने किया स्वीकार
रांची. समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया अपने सैकड़ों साधकों के साथ नेतरहाट आवासीय विद्यालय के 72वें स्थापना दिवस पर पहुंचे. परिसर में प्रवेश करते ही उनका मन प्रफुल्लित हो उठा और उन्होंने विद्यालय में बिताए अपने बचपन की यादों को ताजा किया. संदेश देते हुए उन्होंने सभी विद्यार्थियों को कैडेट बनने का आह्वान किया. कैडेट शब्द के अर्थ को विस्तार से समझाते हुए उन्होंने कहा कि एक विद्यार्थी को सदैव उत्साह से पूर्ण, स्वीकार भाव रखने वाला, निष्काम, निर्अहंकारी और अहोभाव में जीने वाला होना चाहिए. सभागार में मौजूद सभी लोगों को उन्होंने अभ्यास करवाते हुए ध्यान में उतरने की सरल और सुगम विधि बताई. साथ ही उन्होंने नेतरहाट आवासीय विद्यालय में ओशोधारा के प्रथम तल के कार्यक्रम ध्यान योग संचालित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे विद्यालय प्रशासन ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. इससे पहले समर्थगुरु ने परेड ग्राउंड में विद्यार्थियों की परेड का निरीक्षण किया और योगा और पीटी डिस्प्ले की भूरि-भूरि प्रशंसा की. कार्यक्रम में उनके परिजन के साथ-साथ केंद्रीय समन्वयक आचार्य दर्शन, जम्मू–कश्मीर समन्वयक स्वामी विजय शर्मा, नेपाल समन्वयक मां मंजू, हरियाणा से अनिल सरोहा, सोहम, नितिन, प्रियंका, विदुषी, अरुणिमा और प्रेस-मीडिया समन्वयक संदीप नैन सहित अनेक लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम के बाद वे नेतरहाट से बिहार के रोहतास जिले स्थित अपने जन्मस्थान करमा बीरमगंज के लिए रवाना हो गए, जहां उनका आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित है. इस कार्यक्रम में देश भर से 300 से अधिक साधक भाग लेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

