रांची. ईस्टर/पुनरुत्थान पर्व रविवार को मनाया जायेगा. मसीही विश्वास के अनुसार यह पर्व क्रूस मृत्यु के तीसरे दिन यीशु मसीह के जी उठने की घटना की स्मृति में मनाया जाता है. पुनरुत्थान पर्व को लेकर गिरजाघरों और कब्रिस्तानों में विशेष तैयारी की जा रही है. जीइएल चर्च के विश्वासी पुनरुत्थान पर्व के लिए सिरमटोली के पास स्थित जीइएल चर्च कब्रिस्तान में जुटेंगे. सुबह 3:30 बजे स्मरण पत्थर के पास से शोभायात्रा के रूप में विश्वासी कब्रिस्तान में जमा होंगे. जहां आराधना होगी. इस आराधना के संचालक रेव्ह एजे भेंगरा और उपदेशक मॉडरेटर मार्शल केरकेट्टा होंगे. एनडब्ल्यूजीइएल चर्च के विश्वासी भी कब्रिस्तान में आराधना के लिए जुटेंगे. सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस के विश्वासियों के लिए कांटाटोली स्थित सीएनआइ कब्रिस्तान में पुनरुत्थान पर्व की आराधना सुबह छह बजे शुरू होगी. इसमें अनुष्ठक रेव्ह यूजे सांगा और उपदेशक रेव्ह अनिल कुमार डाहंगा होंगे. कब्रिस्तान में आराधना के दौरान विश्वासी अपने प्रियजनों व रिश्तेदारों की कब्रों पर मोमबत्तियां जलायेंगे और फूल अर्पित कर उनके लिए प्रार्थना करेंगे. इन चर्चों के विश्वासी गिरजाघरों में भी आराधना में शामिल होंगे. पुरुलिया रोड स्थित संत मरिया महागिरजाघर में पास्का पर्व की पहली आराधना सुबह छह बजे होगी. इसमें उपदेशक फादर आनंद डेविड होंगे. सुबह 7:30 बजे दूसरी आराधना और सुबह नौ बजे तीसरी आराधना होगी. इसके अलावा सामलौंग स्थित चर्च, ख्रीस्त राजा चर्च कांके, ऑल सेंट्स चर्च डोरंडा, होली एंजिल्स चर्च कोकर, होली ट्रिनिटी चर्च कडरू सहित शहर के अन्य चर्चों में भी विश्वासी पुनरुत्थान पर्व की आराधना में जुटेंगे.
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