रांची. प्रमंडलीय आयुक्त के कोर्ट में अब नियमित रूप से मामले की सुनवाई हो रही है. हाल के दिनों में वर्षों से लंबित मामलों का भी निष्पादन हुआ है. इससे लंबित मामलों की संख्या में भी कमी आ रही है. लोगों को भी सुविधा हो रही है. पूर्व में नियमित कोर्ट नहीं होने के कारण साल दर साल वादों की संख्या में वृद्धि हो रही थी. इससे लोगों को भी परेशानी हो रही थी. बताया गया कि आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र ने पदभार संभालने के बाद इस दिशा में सक्रियता के साथ कार्य शुरू किया है. अब नियमित रूप से सप्ताह में दो दिन आयुक्त के कोर्ट में मामले की सुनवाई हो रही है. मामले का निष्पादन किया जा रहा है.
अभी लंबित वादों की संख्या 478 है
वर्तमान में आयुक्त कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या 478 के करीब है. एक साल पहले तक लंबित मामलों की संख्या लगभग 562 थी. इसमें से 84 से अधिक मामलों का निष्पादन हुआ है. औसतन आयुक्त कोर्ट से प्रत्येक माह लगभग सात मामलों का निष्पादन किया गया है. बताया गया कि लगभग 40 वर्ष पुराने मामले का भी निष्पादन हुआ है.शिकायतों पर भी हो रही कार्रवाई
आयुक्त कार्यालय द्वारा जनशिकायतों पर भी कार्रवाई की जा रही है. आमलोगों से प्राप्त शिकायतों को निष्पादन के लिए संबंधित विभाग को भेजा जाता है और उस पर क्या कार्रवाई की गयी, इसके बारे में विभागवार जानकारी भी ली जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

