रांची. राजधानी में पिछले दो दिनों से आंधी-पानी के कारण शहर और आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. हाल तक मौसम खराब होने पर भी जीरो पावर कट का दावा करने वाला रांची सर्किल असहाय दिखा. हालांकि, राजधानी को सप्लाई देने वाले तीनों ग्रिड से सोमवार शाम तक सभी सबस्टेशनों से शहर को सामान्य बिजली मिली. कुछ इलाकों में जगह-जगह फाल्ट होने से बिजली आपूर्ति व्यवस्था एक तरह से चरमरा गयी. 24 घंटे बाद तक इसका असर कुछ इलाकों में दिखा. खराब मौसम का सबसे ज्यादा असर राजधानी के पूर्वी इलाके में देखा गया, जहां कोकर, नामकुम, चुटिया इलाके में कई पोल ध्वस्त हो गये. सोमवार को मरम्मत का काम दिन भर चला, लेकिन बिजली आपूर्ति सामान्य नहीं हो सकी थी. कोकर खोरहाटोली, हिनू में दिनभर मरम्मत का काम चलता रहा. लेकिन चुटिया के राम नगर, गणपत नगर, नामकुम के राजा उलातू, आटीआइ, डोरंडा, 33 केवीए हरमू फीडर, अरगोड़ा पूरन विहार सहित कुछ बाहरी इलाकों में बिजली की किल्लत बनी रही. केतारी बगान रोड नंबर-10 में धराशायी हो चुके पोल और हाइ वोल्टेज तार जमीन पर ही पड़े रह गये. कोकर, नामकुम इलाके में बार-बार ट्रिपिंग हुई. कई जगह रविवार आधी रात को गयी बिजली दूसरे दिन सुबह आयी. इस दौरान नामकुम वाइबीएन यूनिवर्सिटी का इलाका, केतारी बगान रोड नंबर-10, हिनू साकेत नगर व आसपास के मोहल्ले के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
24 घंटे बाद भी बनी रही परेशानी
बारिश और वज्रपात के बाद सोमवार को आपूर्ति शुरू करने का प्रयास किया गया, लेकिन जगह-जगह लोकल फाल्ट होने की वजह से आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी. मौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद जगह-जगह तार टूटने, जंपर उड़ने और फाल्ट से शहर का एक तिहाई क्षेत्र कुछ देर के लिए प्रभावित रहा. 33 केवीए कोकर रूरल, कोकर अर्बन, नामकुम, टाटीसिलवे जैसे शहर के बाहरी इलाके और पिठोरिया जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली के लिए लोग परेशान रहे. शहरी क्षेत्रों की बिजली देर रात तक बहाल कर दी गयी, लेकिन बाहरी इलाकों में पोल लगाने और मरम्मत का काम अब भी पूरा नहीं किया जा सका है.सब स्टेशन में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती
आंधी-पानी के दौरान फाल्ट से बिजली व्यवस्था पर कम असर हो, इसके लिए बिजली कर्मियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है. कार्यपालक अभियंता स्तर से जारी इस निर्देश में कहा गया है कि जैसे ही तूफान या फिर तेज हवा या बारिश की आशंका हो, फौरन मेन सप्लाई बंद कर दिया जाये.- मौसम सामान्य होने तक पूरी तरह अलर्ट मोड में रहेंगे बिजलीकर्मी- तत्काल मरम्मत के लिए एजेंसी को ज्यादा मैन पावर की व्यवस्था करने का निर्देश- सेंट्रल स्टोर के साथ ही पीएसएस में ट्रांसफॉर्मर, इंसुलेटर, ब्रेकर व अन्य जरूरी उपकरणों की व्यवस्था रखेंकिस ग्रिड को कितनी बिजली
हटिया ग्रिड : 119 मेगावाटनामकुम ग्रिड : 106 मेगावाटकांके ग्रिड : 70 मेगावाटडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है