रांची.
केंद्रीय सरना समिति (अजय तिर्की गुट) ने पहाड़ी मंदिर परिसर (फांसी टुंगरी) में सरना जंडा बदली का आयोजन किया. समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोगों ने पहाड़ की चोटी पर विशाल सरना झंडा स्थापित किया. इस दौरान मानव जाति, वनस्पति, जीव-जंतु, पेड़-पौधों, नदी-नाला और पहाड़ में रहनेवाले सभी के लिए सुख, समृद्ध और शांति की विनती की गयी.फांसी टुंगरी हमारे पूर्वजों का पूजा स्थल
अजय तिर्की ने बताया कि फांसी टुंगरी हमारे पूर्वजों का पूजा स्थल है. यहां पहले स्व बुधवा पाहन पूजा करते थे़. यहां के सरना धर्मावलंबी आज भी उनके पदचिह्नों पर चल रहे हैं. इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार से सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की. प्रदेश सरना धर्मगुरु राजेश लिंडा ने कहा कि सरहुल महापर्व में आदिवासी समाज अपने आंगन में सरना झंडा लगाये. समिति के महासचिव रूपचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी समुदाय को अपने पर्व-त्योहार को विधि पूर्वक निभाना है. हरेक गुरुवार सरना पूजा स्थल पर प्रार्थना करने जायें.इस अवसर पर राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के अध्यक्ष नीरज मुंडा, आदिवासी छात्र संगठन के अध्यक्ष रवि मुंडा, सिल्ली धर्म गुरु गोंदरा उंराव, हजारीबाग सरना धर्म गुरु पवन तिर्की आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

