रांची. ग्राम संसद, झारखंड चैप्टर के कॉन्क्लेव में राज्य की ग्रामीण विकास सह पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ग्रामीण सशक्त और शिक्षित होंगे, तभी विकास होगा. इसके लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना होगा. आज भी राज्य के 70 फीसदी लोग खेती से जुड़े हैं. इस कारण खेती का प्रोफिट मॉडल बनाना होगा. किसानों को अलग तरह से ताकत देने की जरूरत होगी. ग्रामीण औद्योगीकरण को बढ़ावा देना होगा. बाहर काम कर रहे झारखंड के युवाओं को राज्य में ही नौकरी देनी होगी. सरकार इन बातों पर काम कर रही है. सारे काम सरकार नहीं कर सकती है. मिलकर काम करना होगा. कार्यक्रम का आयोजन राजधानी के एक होटल में रैंडम वेरिएबल फाउंडेशन ने शनिवार को किया.
जिस दिन पंचायत सशक्त हो जायेगी, झारखंड मजबूत हो जायेगा : वित्त मंत्री
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि जिस दिन पंचायत मजबूत हो जायेगी, झारखंड भी मजबूत हो जायेगा. आज भी हमारे राज्य की कार्यपालिका उतनी सहयोगी नहीं हो पायी है, जितना होना चाहिए. कार्यपालिका को इस पर विचार करने की जरूरत है. आज भी पंचायत सेवक के सामने जनप्रतिनिधियों की कितनी चलती है. सरकार के पास योजनाओं की कमी नहीं है. लेकिन, जमीन पर नहीं उतर पाती है. जमीन पर उतर जाती, तो स्थिति बदल जाती. इसके लिए सामाजिक संगठनों को आगे आना चाहिए. योजनाओं की मॉनिटरिंग करनी चाहिए.
विकास के लिए भागीदारी की भावना विकसित करने की है जरूरत
इससे पूर्व इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष अमृतांशु प्रसाद ने कहा कि विकास के लिए भागीदारी की भावना विकसित करने की जरूरत है. स्थानीय समुदाय को सशक्त करने की जरूरत है. इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत ग्राम संसद के ब्रजेश शर्मा ने किया. उन्होंने बताया कि संस्था की स्थापना 2019 में हुई थी. संस्था पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने पर काम कर रही है.
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