रांची. किसानों से धान खरीद के मामले में गुरुवार को खाद्य आपूर्ति मंत्री इरफान अंसारी घिर गये. पक्ष-विपक्ष दोनों ने धान खरीद में सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाये. पक्ष-विपक्ष का आरोप था कि धान खरीद में बिचौलिये सक्रिय हैं. सदन की पहली पाली में अल्पसूचित के तहत झामुमो विधायक हेमलाल मुर्मू ने सवाल किया कि राज्य में 60 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन अबतक 28.39 प्रतिशत ही धान की खरीद हुई है. 15 अप्रैल धान खरीद की अंतिम तिथि है.
बिचौलिये खरीद रहे धान
श्री मुर्मू का कहना था कि 1900-2000 रुपये देकर बिचौलिये धान खरीद रहे हैं. बाहर के लोग आकर धान ले जा रहे हैं. झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो का कहना था कि व्यवस्था में सुधार की जरूरत है. धान कहां लेकर जायें, यह व्यवस्था कर दीजिये. सत्ता पक्ष के विधायक प्रदीप यादव का कहना था कि हेमलाल बाबू का सवाल पूरे राज्य से जुड़ा है. सरकार बेहतर सुविधा दे, इतना ही कहना है. धान खरीद में सरकार 2400 रुपये दे रही है. खरीद के समय आधा पैसा और मील में जाने के बाद आधा पैसा मिल रहा है. किसान संशय में रहते हैं कि पूरा पैसा मिलेगा या नहीं. मंत्री इरफान अंसारी का कहना था कि 2.44 लाख किसानों को 37 प्रतिशत का भुगतान हो गया है. सरकार गंभीर है. डीसी, बीडीओ और एसओ को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि धान खरीद में गड़बड़ी न हो.
मंत्री इरफान ने प्रदीप यादव पर ही साधा निशाना, पूछा कैसे खड़ा हो गये
धान खरीद के मुद्दे पर एक समय सत्ता पक्ष के बीच ही तकरार हो गयी. मंत्री ने सत्ता पक्ष के विधायक प्रदीप यादव के सवाल पूछने पर ही सवाल खड़ा कर दिया. मंत्री ने कहा : ये कैसे खड़ा हो गये. ये कैसे सवाल पूछ सकते हैं. सवाल में हस्ताक्षरी हैं क्या. स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कहा : सदन में प्रश्न आ जाता है, तो यह सदन की प्रॉपर्टी हो जाती है. कोई इस पर अपनी बात रख सकता है. इस पर प्रदीप यादव ने कहा : स्पीकर साहब का धन्यवाद. मंत्री जी का ज्ञान बढ़ाया. मंत्री इरफान अंसारी ने कहा : मैं भी तीन बार का विधायक हूं. प्रश्न में हस्ताक्षरी होना जरूरी है. स्पीकर ने कहा : मंत्री जी फिर मत शुरू हो जाइये.
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