प्रतिनिधि, बेड़ो.
दुर्गा मंदिर में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दुर्गा शतचंडी महायज्ञ के छठे दिन श्रीमदभागवत कथा में मां भगवती की महिमा का गुणगान कथावाचक देवी रश्मि किशोरी जी ने किया. उन्होंने मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की चर्चा की और उनकी महिमा का बखान किया. किशोरी जी ने अपने कथावाचन में सती जी का दक्ष प्रजापति के यज्ञ में देह का त्याग करना और 51 शक्तिपीठों का निर्माण के बाद पुन: मां पार्वती का रूप धारण कर शिवजी से विवाह कथा का संगीतमय श्रवण कराया. श्रद्धालु कथावाचन के दौरान मां भगवती की महिमा सुन कर जयकारे भी लगाये.दशभुजी मां दुर्गा की प्रतिमा की हुई प्राण प्रतिष्ठा :
महादानी मंदिर परिसर में नवनिर्मित मंदिर में दशभुजी मां दुर्गा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा विधि पूर्वक पुरोहितों ने कराया. अनुष्ठान में यजमान परना महतो, उमेश महतो, साधन रॉय, योगेंद्र महतो, मोहन सोनी, मोतीलाल गुप्ता, सुदामा वर्मा, राजेंद्र साहू, संजीत साहू सपत्निक शामिल हुए. दिन में हवन, पूजन व कई धार्मिक अनुष्ठान के बाद शाम में आरती की गयी. संपूर्ण अनुष्ठान मुख्य आचार्य काशी के ब्रजेंद्र कुमार मिश्रा और उनके सहयोगी आचार्य नरोत्तम पांडेय, काशी के आचार्य मृत्युंजय मिश्रा, केके आंचल पाठक, अयोध्या के आचार्य ध्रुव मिश्रा, अमित भारद्वाज शास्त्री, गया के आचार्य भारतेंदु द्विवेदी, अशोक पंडा, आचार्य सोनू पांडेय व जितेंद्र पाठक करा रहे हैं.भंडारा में उमड़ी भीड़ :
महादानी मंदिर परिसर में नवनिर्मित मंदिर में दशभुजी मां दुर्गा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित अनुष्ठान के तहत भंडारे में क्षेत्र के श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. गुरुवार को निरंतर छठे दिन विशाल भंडारा का आयोजन किया गया. जिसमें प्रसाद ग्रहण करनेवाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.दशभुजी मां दुर्गा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित कथा में देवी रश्मि किशोरी जी ने कहाफोटो-1, यज्ञ स्थल की परिक्रमा करते श्रद्धालु. -2, कथा का वाचन करतीं देवी रश्मि किशोरी जी. -3, कथा सुनने आये श्रद्धालु.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है