10.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

मंईयां सम्मान योजना का क्रेज, 58 लाख से अधिक हुए लाभुक, इस दिन आएगी जनवरी माह की किस्त

Maiya Samman Yojana: झारखंड में मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों की संख्या 58 लाख से अधिक हो गयी है. छह जनवरी तक इसके लाभुकों की संख्या 56,61,791 थी.

रांची, सुनील कुमार झा: झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों की संख्या 58 लाख से अधिक हो गयी है. अगस्त 2024 से शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक लाभुकों की संख्या में 16,99,394 की बढ़ोतरी हो चुकी है. योजना के तहत दिसंबर की राशि छह जनवरी को दी गयी थी. छह जनवरी को राज्य भर में मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों की संख्या 56,61,791 थी, जो अब बढ़कर 58,09,799 हो गयी है. यानी छह जनवरी के बाद लाभुकों की संख्या में 1,47,988 की बढ़ोतरी हुई है. वहीं जनवरी में लाभुकों की संख्या 59 लाख से अधिक होने का अनुमान है.

जनवरी माह की राशि अगले हफ्ते तक

राज्य भर में ग्रामीण क्षेत्रों में मंईयां सम्मान योजना का आवेदन संबंधित प्रखंड कार्यालयों में और शहरी क्षेत्र में अंचल कार्यालय में जमा लिया जा रहा है. प्रखंड कार्यालयों व अंचल कार्यालयों की देखरेख में इसकी ऑनलाइन इंट्री की जा रही है. मंईयां सम्मान योजना की जनवरी की राशि अगले सप्ताह तक बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जायेगी. विभागीय स्तर पर इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है.

67.84 लाख आवेदन जमा हुए

मंईयां सम्मान योजना के लिए अब तक 67,84,154 आवेदन जमा हुए हैं. इनमें से 58,09,779 लाभुकों के आवेदन का सत्यापन हो गया है. इन्हें योजना का लाभ मिलेगा, शेष आवेदनों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है. दिसंबर तक कुल 67,58,681 आवेदन जमा हुए थे.

झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से जुड़े हर अपडेट यहां देखें

सत्यापन में मिल रही गड़बड़ियां

मंईयां सम्मान योजना के आवेदनों के सत्यापन के क्रम में गड़बड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं. राज्य के विभिन्न जिलों में आवेदन के सत्यापन के क्रम में कई ऐसे लाभुक पकड़े गये हैं, जो योजना के लाभ लेने के योग्य नहीं हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी की जा रही है. जिलास्तर पर ऐसे लाभुकों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की जा ही है. जिलों को समाज कल्याण निदेशालय को भी इसकी जानकारी देने को कहा गया है.

छह जिलों में 24 लाख से ज्यादा लाभुक

राज्य के छह जिलों में लाभुकों की संख्या 24 लाख से अधिक है. इनमें रांची, धनबाद, गिरिडीह, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम व पलामू शामिल हैं.

Also Read: गुमला का ‘मिलेट मिशन’ बना हावर्ड यूनिवर्सिटी का केस स्टडी, केवल 18 महीनों में रागी की खेती फैली थी 30,000 एकड़ तक

Sameer Oraon
Sameer Oraon
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया से बीबीए मीडिया में ग्रेजुएट होने के बाद साल 2019 में भारतीय जनसंचार संस्थान दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा किया. 5 साल से अधिक समय से प्रभात खबर में डिजिटल पत्रकार के रूप में कार्यरत हूं. इससे पहले डेली हंट में भी बतौर प्रूफ रीडर एसोसिएट के रूप में भी काम किया. झारखंड के सभी समसमायिक मुद्दे खासकर राजनीति, लाइफ स्टाइल, हेल्थ से जुड़े विषय पर लिखने और पढ़ने में गहरी रूचि है. तीन साल से अधिक समय से झारखंड डेस्क पर काम किया. फिर लंबे समय तक लाइफ स्टाइल डेस्क पर भी काम किया. इसके अलावा स्पोर्ट्स में भी गहरी रूचि है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel