प्रतिनिधि, अनगड़ा. सिकिदिरी के भूसूर में श्री श्री शिव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा सह भागवत ज्ञान महायज्ञ के पांचवें दिन साध्वी सुनीता दीदी ने प्रवचन में कहा कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति का भाग्योदय होता है. सात्विक रहकर शुद्ध मन से कथा श्रवण करने से व्यक्ति की हर व्यथा मिटती है. गंगा स्नान से तन शुद्ध होता है, जबकि भागवत श्रवण से आत्मा की शुद्धि होती है. गंगा पृथ्वी को पवित्र करती है, लेकिन भागवत तीनों लोको को पवित्र करता है. कहा कि जहां सत्य होता है, वहां लक्ष्मी होती है. इसलिए हमें अपने सत्य पर अडिग रहना है. कहा कि भागवत की महिमा अपरंपार है. समस्त वेदों की उपासना, तप, जप व अनुष्ठान इस ज्ञान यज्ञ के 16वें हिस्से की भी बराबरी नहीं कर सकते हैं. भागवत की सबसे बड़ी महिमा तो यह है कि वह अशांत जीवन को शांत बना देता है. आयोजन में समिति के अध्यक्ष धनेश्वर महतो, राजेंद्र महतो, नेवालाल महतो, गणेश किशोर महतो, आशा देवी, मंजू देवी, कमल महतो, कौशल किशोर महतो, मुकेश महतो, तपेश्वर महतो, झब्बुलाल महतो, रामप्रसाद महतो, डिप्टी महतो, कमल महतो, हेमंत कुमार आदि सहयोग कर रहे हैं.
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