Kundan Pahan: रांची, अजय दयाल-बहुचर्चित 5.17 करोड़ कैश और 1.5 किलो सोना लूटकांड मामले में जेल में बंद पूर्व नक्सली कुंदन पाहन को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है. इस मामले में सुनवाई अपर न्यायायुक्त आनंद प्रकाश की अदालत में हुई. अभियोजन की ओर से छह गवाहों गवाही दर्ज करायी गयी, लेकिन उनकी गवाही आरोपियों पर लगे आरोप को सिद्ध नहीं कर पायी. सभी गवाहों ने कुंदन पाहन को पहचाने से इनकार कर दिया. तमाड़ में 21 मई 2008 को आईसीआईसीआई एटीएम कैश वैन से लूट को अंजाम दिया गया था. 5 करोड़ 17 लाख कैश के साथ 1.5 किलो सोने की लूट हुई थी. कैश और सोना से भरा कैश वैन को कब्जे में लेकर नक्सलियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था.
लूटकांड के बाद पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई थी
तमाड़ में लूटकांड के बाद घटना स्थल पर पुलिस पहुंची थी. उस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी. काफी देर तक फायरिंग हुई थी. लूटकांड की योजना नक्सली विपुल दा ,संदीप दा और आशुतोष ने बनाई थी. कैश वैन को कब्जे में लेकर नक्सली रायदा गांव पहुंचे थे. कैश वैन में सात बॉक्स थे, जिनमें तीन बॉक्स में पैसे थे. पिंडिंगबुरु जंगल में ले जाकर रुपयों की गिनती की गयी थी. 14 मई 2017 को कुंदन पाहन ने झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था. इसके बाद से वह जेल में बंद है.
जेल में रहते हुए कुंदन पाहन ने लड़ा था चुनाव
कुंदन पाहन ने जेल में रहते हुए 2019 का विधानसभा चुनाव तमाड़ सीट लड़ा था. कुंदन पाहन पर पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड, सांसद सुनील महतो की हत्या, डीएसपी प्रमोद कुमार सिंह सहित छह पुलिस कर्मियों की हत्या, इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या, चाईबासा के बलिवा में पुलिस और नक्सली के बीच हुई मुठभेड़ में 35 पुलिसकर्मियों की हत्या कर हथियार लूटने के गंभीर आरोप हैं.
कुंदन के खिलाफ 100 से अधिक केस दर्ज
कुंदन के खिलाफ अपहरण, हत्या, लूट जैसे 100 से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. 70 से अधिक वारदात में कुंदन पाहन शामिल रहा है. कई मामलों में कोर्ट का फैसला आ चुका है. बुंडू ,तमाड़ और अड़की के इलाके में कुंदन पाहन का आतंक सिर चढ़कर बोलता था. इस बहुचर्चित मामले में तीन चार्जशीट पुलिस ने दाखिल की थी.
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