रांची. झामुमो के 13वें महाधिवेशन का आयोजन राजधानी के खेलगांव में किया जायेगा. 14-15 अप्रैल को होनेवाले दो दिवसीय महाधिवेशन में झारखंड सहित बिहार-बंगाल, असम और ओडिशा से 3000 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इन राज्यों में झामुमो के संगठनकर्ता महाधिवेशन का हिस्सा बनेंगे. महाधिवेशन की तैयारी में पार्टी जुटी है. पंचायत से जिला स्तर तक कमेटियों का गठन हो रहा है. चार से छह जिलों को छोड़ कर पार्टी ने अन्य जिलों में संगठन की नयी संरचना खड़ी की है.
राजनीतिक प्रस्तावों को लेकर हुई चर्चा
इस संबंध में राजनीतिक प्रस्ताव सह आगामी कार्यक्रम व रूपरेखा समिति की बैठक शुक्रवार को हुई. बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक प्रो स्टीफन मरांडी, मथुरा प्रसाद, मंत्री दीपक बिरुआ, सांसद महुआ माजी और पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य शामिल हुए. बैठक में महाधिवेशन में पेश होने वाले राजनीतिक प्रस्ताव के बिंदुओं पर चर्चा हुई. इसमें देश-प्रदेश के ज्वलंत राजनीतिक मुद्दों पर मंथन किया गया. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ स्टैंड लेने पर सहमति बनी है. पार्टी आनेवाले दिनों में कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरेगी. इसके साथ कमेटी ने भावी कार्ययोजना पर भी चर्चा की है. महाधिवेशन की रूपरेखा को लेकर कमेटी के सदस्यों ने अपने विचार रखे.
नयी ऊर्जा के साथ पार्टी काम करेगी
इस बाबत पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि महाधिवेशन को लेकर अलग-अलग कमेटियां बैठक की जा रही हैं. रामनवमी के बाद इस पर अंतिम निर्णय होगा. उन्होंने बताया कि सांगठनिक कार्य भी पूरा हो गया है. पंचायत से लेकर प्रखंड समितियों को गठन हो गया है. कुछ जिलों को छोड़कर जिला समिति गठन का कार्य भी पूरा है. खुले सत्र में हजारों की संख्या में पार्टी के पदाधिकारी और ग्रास रूट के हमारे संगठनकर्ता हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि महाधिवेशन के बाद नयी ऊर्जा के साथ पार्टी काम करेगी. पार्टी के संदेश को लेकर हमारे नेता गांव-गांव कूच करेंगे. झारखंडी मान-सम्मान की धार और तेज होगी. झारखंड में सामाजिक समरसता और सदभाव बनाये रखना हमार संकल्प है.
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