Jharkhand High Court: रांची, राणा प्रताप-झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका के तहत देवघर एम्स के बर्न वार्ड में इमरजेंसी इलाज शुरू होने को लेकर सुनवाई की. चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव और जस्टिस राजेश शंकर की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान एम्स के अधिवक्ता का पक्ष सुना. एम्स का पक्ष सुनने के बाद खंडपीठ ने बर्न यूनिट में पीड़ितों के इलाज के लिए आपातकालीन ईकाई तथा प्लास्टिक सर्जरी के लिए सर्जिकल ईकाई के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट दायर करने का निर्देश दिया. इस मामले की अगली सुनवाई के लिए खंडपीठ ने 14 जुलाई की तिथि निर्धारित की.
फिलहाल इमरजेंसी वार्ड नहीं हो पाया शुरू-अधिवक्ता
देवघर एम्स की ओर से अधिवक्ता प्रशांत पल्लव ने खंडपीठ को बताया कि फिलहाल इमरजेंसी वार्ड शुरू नहीं हो पाया है. यह जुलाई माह से शुरू होगा. उन्होंने बताया कि बर्न वार्ड में बर्न यूनिट का प्रावधान नहीं है. हालांकि सीएसआर फंड के तहत एनटीपीसी ने बर्न यूनिट के लिए फंड देने की बात कही है. इस संबंध में प्रक्रिया चल रही है.
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पेट्रोल छिड़ककर नाबालिग को जला दिया था
23 अगस्त 2022 को दुमका जिले में अपने घर में सो रही एक नाबालिग छात्रा को पेट्रोल छिड़क कर जला दिया गया था. गंभीर रूप से घायल छात्रा को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती किया गया. स्थिति गंभीर होने पर उसे रांची रिम्स रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. इस मामले को झारखंड हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया था.
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