रांची, आनंद मोहन: झारखंड विधानसभा में गुरुवार की सुबह बीजेपी नेता सह पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर की हत्या का मामला गरमा गया. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बीजेपी नेताओं ने राज्य की विधि व्यवस्था को लेकर धरने पर बैठ गये. सभी विपक्ष के नेता कानून व्यवस्था को ठीक करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई तो बीजेपी नेता और मंत्री दोनों वेल में जा घुसे. जिसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही दोपहर 12.55 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
बीजेपी नेता बोले- झारखंड में कानून व्यवस्था धवस्त
झारखंड विधानसभा के बाहर गुरुवार को राज्य की विधि व्यवस्था और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर हत्याकांड को अंजाम देने वालों पर कार्रवाई की मांग करते हुए बीजेपी नेता धरने पर बैठ गये. बीजेपी नेताओं का कहना था कि झारखंड का कानून व्यवस्था पूरी तरह धवस्त हो गया है. अपराधी बेलगाम हो गये हैं. राज्य में जंगल राज लौट आया है. वहीं, सत्ता पक्ष का कहना था कि सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. रांची विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर हत्यारी सरकार को संरक्षण देना बंद करें.
हजारीबाग के जुलूस हुए पथराव को लेकर सत्ता पक्ष ने विपक्ष को घेरा
सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो हेमंत सोरेन कैबिनेट में मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा कि हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है. बेवजह हर मामले पर सरकार को बदनाम किया जाता है. उन्होंने हजारीबाग के जुलूस में हुए पथराव मामले पर बीजेपी को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि ऐसी क्या वजह है कि हर बार वहीं हर पर कुछ न कुछ अप्रिय घटना घटती है. उन्होंने इस तरह की घटना को साजिश करार दिया है. इसके बाद वे बीजेपी के विरोध में वेल में जा घुसे. इसके बाद उसके साथ साथ अन्य सभी मंत्री भी एक एक कर वेल में जा घुसे. वहीं, बीजेपी भी राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर वेल में जा घुसी.
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