रांची (प्रमुख संवाददाता). मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आजकल तेजी फैल रही तरह-तरह की बीमारियां कैसे और किनको अपनी चपेट ले रही हैं, इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए. बीमारियों के समुचित इलाज के लिए राज्य स्तर पर हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाने पर काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री झारखंड विधानसभा में यूनिसेफ द्वारा आयोजित राउंड टेबल ऑन प्रीवेंटिंग चाइल्डहुड नॉन कम्युनिकेबल डिसीज थ्रू हेल्दी डाइट्स पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभाध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो कर रहे थे.
क्षेत्र विशेष में होने वाली बीमारियों को किया जा रहा है चिह्नित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बीमारियों की पहचान व समुचित इलाज सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक लगातार और बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य के कई हिस्सों के लोगों में विशेष तरह की बीमारियां होती हैं. जैसे सिमडेगा में सिकल सेल व एनीमिया आम है. साहिबगंज व संताल परगना के हिस्सों में कालाजार का प्रभाव ज्यादा है. इसी तरह अन्य क्षेत्रों में लोगों को अलग-अलग बीमारियां ज्यादा होती हैं. आने वाली पीढ़ियों के लिए राज्य सरकार क्षेत्र विशेष में व्याप्त बीमारियों को चिन्हित कर उसके समुचित इलाज की व्यवस्था कर रही है.नवजात की बीमारियों के उपचार के लिए उठाये गये हैं ठोस कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बच्चों को जन्म के साथ कई बीमारियां हो जाती हैं. समय पर बीमारियों का इलाज नहीं होने पर बच्चों की स्थिति काफी खराब हो सकती है. ऐसे में जरूरी है कि नवजात को होने वाली बीमारियों की समुचित जांच के साथ उसका त्वरित उपचार सुनिश्चित करने के लिए भी राज्य सरकार ने कई ठोस कदम उठाये हैं. श्री सोरेन ने कहा कि जीवन शैली में बदलाव, रहन-सहन, खान -पान, पर्यावरण और जेनेटिक कारणों से डायबिटीज, कैंसर, हृदय रोग और अस्थमा जैसे नॉन कम्युनिकेबल डिजीज का प्रसार तेजी से बढ़ा है. हर घर में ऐसी बीमारियां मिल रही हैं.जंक फूड का इस्तेमाल कम करने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क होना आवश्यक है. बीमारियों की सबसे बड़ी वजह खान-पान है. जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों को बीमार बना रहा है. आगे चलकर उनको कई गंभीर बीमारियों की भी आशंका है. स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए अपने खान-पान में लोकल इंडिजिनस फूड्स (मिलेट्स) लेना होगा. फूड हैबिट्स में बदलाव लाना बेहद जरूरी है. बच्चों को जंक फूड्स की बजाय हेल्दी डाइट्स दें. जीवन शैली में बदलाव लायें. हेल्दी डायट्स का इस्तेमाल करते हुए शारीरिक गतिविधियों पर फोकस कऐं.दूर-दराज तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए यूनिसेफ की भूमिका अहम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के दूर-दराज के इलाकों तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में यूनिसेफ जैसी संस्थाओं की अहम भागीदारी रही है. राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं के साथ मिल कर हर व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए संकल्पित है. जंगल, पहाड़ों, तलहटी और सुदूरवर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी इलाज की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. मौके पर मंत्री योगेंद्र महतो, सुदिव्य कुमार, विधायक कल्पना सोरेन अन्य विधायक, यूनिसेफ की आस्था अलंग व डॉ कनीनिका मित्रा समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है