रांची. आपात स्थिति में झारखंड पुलिस की सहायता के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर डायल 112 है. इस पर कॉल करने की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वर्ष 2020 में जहां शिकायतों की संख्या 4,578 थी, वहीं वर्ष 2025 में जनवरी से 28 सितंबर तक शिकायतों की संख्या 1,13,523 पहुंच चुकी है. शिकायत के बाद पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने की रिस्पांस टाइमिंग में भी लगातार सुधार हो रहा है. वर्ष 2020 में औसत रिस्पांस टाइमिंग 26 मिनट 36 सेकेंड थी. वर्ष 2021 और 2022 में यह समय 25 मिनट से अधिक रहा. वर्ष 2023 में इसमें एक मिनट का सुधार हुआ और यह 24 मिनट 41 सेकेंड पर पहुंचा. वर्ष 2024 में तीन मिनट का सुधार दर्ज किया गया और औसत समय 21 मिनट 19 सेकेंड हो गया. वर्ष 2025 में जनवरी से सितंबर तक रिस्पांस टाइमिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ. सितंबर 2025 में यह समय घटकर 14 मिनट 15 सेकेंड पर पहुंच गया है. इसे 10 मिनट तक लाने की कवायद जारी है. उल्लेखनीय है कि डायल 112 पर लोग सड़क दुर्घटना, अगलगी, चोरी, छिनतई, मारपीट, फायरिंग जैसी घटनाओं की सूचना देते हैं.
क्या है डायल 112
यह देश का वन इंडिया, वन इमरजेंसी नंबर है, जिससे नागरिकों को अलग-अलग नंबरों के बजाय एक ही नंबर पर सभी प्रकार की आपातकालीन सहायता मिलती है. पहले पुलिस के लिए डायल 100, अग्निशमन के लिए 101 और चिकित्सा सुविधा के लिए 108 जैसे अलग-अलग नंबर थे. अब किसी भी तरह की मदद सिर्फ डायल 112 से मिल रही है. राज्य का कोई भी व्यक्ति जब इस नंबर पर शिकायत करता है, तो कंट्रोल रूम से घटनास्थल के पास के थानों को जानकारी भेज दी जाती है. साथ ही उस क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी को भी सूचना दी जाती है, ताकि वे मॉनिटरिंग कर सकें.
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