Corona Virus: भारत में कोविड-19 के जेएन1 वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद अब सरकार सतर्क हो गयी है. झारखंड में भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना अपने पांव नहीं पसार सके, इसके लिए राज्य स्तर से रैंडम टेस्टिंग और निगरानी शुरू कर दी गयी है. जबकि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
सभी जिलों को दिये ये निर्देश
बता दें कि झारखंड में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह की ओर से सभी जिलों के डीसी-सीएस के लिए निर्देश जारी किया गया है. ऐसा कोविड-19 मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि को देखते हुए किया गया है. निर्देशों के तहत सभी स्वास्थ्य सुविधाओं वाले अस्पतालों के ओपीडी-आइपीडी में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आइलएलआइ) और गंभीर हाई रिस्क वाले सांस संबंधित बीमारी (एसएआरआइ) के मामलों की रिपोर्टिंग प्रतिदिन की जायेगी. सरकार विभिन्न एजेंसियों के जरिये हालात पर लगातार पैनी नजर रख रही है, ताकि समय पर जरूरी कदम समय उठाये जा सके.
झारखंड की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हर दिन होगी सैंपल की जांच
सभी पॉजिटिव कोविड 19 नमूनों को संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (whole genome sequencing) के लिए जांच की सुविधा वाले अस्पतालों में भेजा जायेगा, ताकि नये वेरिएंट का समय पर पता लगाया जा सके. इसके साथ ही भेजे गये नमूनों की संख्या को राज्य निगरानी इकाई के साथ साझा किया जायेगा. इस दौरान अस्पताल परिसर, स्वास्थ्य सुविधा वाली जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है.
ये रहेंगे अलर्ट मोड पर
कोरोना को लेकर सभी जिलों के उपायुक्त, सरकारी अस्पतालों के प्रमुख, निदेशक, सिविल सर्जन, एमएस के साथ ही सभी निजी अस्पतालों के एमडी, एमएस, प्रशासक, अस्पताल, नर्सिंग होम के एमएस को अलर्ट भेजा गया है. मालूम हो कि रांची में कोरोना संक्रमण के अब तक पांच मामले सामने आ चुके हैं. इधर, सोमवार को कुल 13 लोगों की जांच की गयी. रिपोर्ट सामने आने के बाद एक मरीज में कोविड के लक्षण मिले. रिपोर्ट आने के बाद आरटीपीसीआर से पुष्टि की जायेगी.
इसे भी पढ़ें झारखंड का वो गांव, जहां से अंग्रेजों ने भगवान बिरसा मुंडा को किया गिरफ्तार
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तैयार रिम्स
झारखंड में कोरोना के किस वेरिएंट से लोग संक्रमित हुए हैं, इसकी पहचान अभी तक नहीं हो पायी है. हालांकि, रिम्स का जेनेटिक एंड जीनोमिक्स विभाग जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पूरी तरह तैयार है. सीक्वेंसिंग के लिए विभाग में एक भी संक्रमित का सैंपल नहीं पहुंचा है. इसलिए जांच नहीं की जा सकी है. सूत्रों ने बताया कि संक्रमण का फैलाव ज्यादा नहीं है और संक्रमितों की संख्या भी कम है, इसलिए जीनोम सीक्वेसिंग नहीं करायी गयी है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने जीनोम सीक्वेंसिंग जांच कराने का निर्देश दिया है.
5 लोग हो चुके हैं संक्रमित
राज्य में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या पांच पहुंची चुकी है, जिसमें सभी रांची जिले के हैं. एक संदिग्ध जमशेदपुर की महिला मिली थी, लेकिन रैपिड जांच के बाद जब आरटीपीसीआर जांच करायी गयी, तो रिपोर्ट निगेटिव मिली. वहीं, राजधानी में कोरोना संदिग्ध होने की आशंका पर कई लोग आरटीपीसीआर जांच करा रहे हैं. लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो रही है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सोमवार को 5 संदिग्ध की जांच की गयी, लेकिन किसी में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई.
इसे भी पढ़ें
RIMS में 4 साल से एमआरआई मशीन खराब, हेल्थ मैप में भी नहीं हो रही जांच, मरीज परेशान
Jharkhand Bandh: सिरमटोली रैंप विवाद में 4 जून को झारखंड बंद का ऐलान, आज निकलेगा मशाल जुलूस
झारखंड के मजदूर की मलेशिया में संदेहास्पद मौत, परिवार ने सरकार से लगाई शव वापस लाने की गुहार