रांची. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली पर भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी द्वारा की गयी टिप्पणियों को लेकर पलटवार किया है. श्री कमलेश ने बाबूलाल मरांडी के बयान को निराधार, असत्य और संविधान विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया. कहा कि बाबूलाल मरांडी और भाजपा का पूरा इतिहास ही लोकतंत्र और संविधान के मूल स्वरूप को कमजोर करने का रहा है. ऐसे में जब कांग्रेस संविधान की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरी है, तो भाजपा नेताओं की बौखलाहट स्वाभाविक है.
लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही भाजपा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश को आजादी दिलाने के बाद संविधान निर्माण में निर्णायक भूमिका निभायी और आज भी जब संविधान पर खतरा मंडरा रहा है, तब कांग्रेस ही उसकी रक्षा के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ी है. बाबूलाल मरांडी को यह स्मरण होना चाहिए कि आपातकाल के बाद इसी कांग्रेस ने जनादेश का सम्मान करते हुए सत्ता छोड़ी, जबकि भाजपा आज विपक्ष शासित राज्यों की सरकारें गिराने के लिए लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है.
संविधान की भावना से सरोकार नहीं
श्री कमलेश ने कहा कि बाबूलाल मरांडी जैसे नेता जब संविधान बचाने की बात करनेवालों को बदनाम करते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि उन्हें संविधान की भावना से कोई सरोकार नहीं है. वह केवल सत्तालोलुप राजनीति कर रहे हैं. प्रदेश महासचिव आलोक दूबे ने कहा कि बाबूलाल मरांडी चाहते हैं कि देश में संविधान कमजोर हो, लोकतंत्र कुचला जाये और जनता की आवाज को दबा दिया जाये. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी जिस पार्टी में हैं, वही पार्टी आज देश में तानाशाही की जमीन तैयार कर रही है. प्रेस की स्वतंत्रता से लेकर न्यायपालिका की गरिमा तक, हर संस्था पर सुनियोजित हमला हो रहा है और बाबूलाल मरांडी उसी राजनीति के प्रवक्ता बन चुके हैं.
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