रांची. मजलिसे उलेमा झारखंड की ओर से हज हाउस में वक्फ संपत्तियों को उम्मीद पोर्टल पर अपलोड करने के लिए कार्यशाला हुई. मजलिस उलेमा झारखंड के अध्यक्ष मौलाना साबिर हुसैन अल-मुजाहिरी और मजलिस उलेमा झारखंड के महासचिव मौलाना मुफ्ती तल्हा नदवी ने बताया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ संपत्तियों को पांच दिसंबर की समय सीमा तक ”उम्मीद पोर्टल” पर अपलोड करने का निर्देश दिया है. कार्यशाला में उपस्थित लोगों को प्रोजेक्टर के माध्यम से समझाते हुए राइन मस्जिद को उम्मीद पोर्टल पर पंजीकृत करके दिखाया गया. उन्हें पोर्टल पर अपलोड करने के बारे में वक्फ बोर्ड के मास्टर ट्रेनर और कंप्यूटर ऑपरेटर वजीउल्लाह ने जानकारी दी. इस अवसर पर कई लोगों ने वक्फ से संबंधित प्रश्न पूछे. इसका फैजी, अधिवक्ता एके रशीदी, अधिवक्ता सरफराज, अधिवक्ता सुल्तान, अधिवक्ता सोहैब रजा ने जवाब दिये. मुफ्ती तल्हा नदवी ने कहा कि इस संबंध में वकीलों और विशेषज्ञों की टीम पर एक हेल्प डेस्क भी स्थापित की जायेगी. इसके लिए एक अस्थायी कार्यालय भी स्थापित की जायेगी. कार्यक्रम को सफल बनाने में झारखंड वक्फ बोर्ड की अहम भूमिका रही. इस अवसर पर अधिवक्ता शमीम, मौलाना साबिर हुसैन मजाहिरी, मुफ्ती तल्हा नदवी, मौलाना शरीफ अहसन मजाहिरी, हजरत कारी सोहैब अहमद, मौलाना जियाउल, मौलाना नजमुद्दीन, मुफ्ती मुहम्मद कमर आलम कासमी, हाजी फिरोज राइन, मेराज गद्दी, मौलाना आसिफुल्लाह समेत अन्य उपस्थित थे.
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