रांची: राज्य के उच्च शिक्षा सचिव डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा है कि समाज में परिवर्तन लाने का सबसे सशक्त माध्यम शिक्षा है. शिक्षा से ही हमारी मानसिकता में बदलाव आ सकता है. शिक्षा के निरंतर विकास से ही समाज का विकास संभव है. झारखंड में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए सरकार कटिबद्ध है. सरकार ने इसके लिए बजट सौ करोड़ रुपया से बढ़ा कर एक हजार करोड़ रुपया कर दिया है.
समाज में लगातार हो रहे परिवर्तन को देखते हुए शिक्षा का सिलेबस बनाया जाना चाहिए. डॉ सिंह शनिवार को मारवाड़ी कॉलेज मनोविज्ञान विभाग के तत्वावधान में यूजीसी द्वारा प्रायोजित सेमिनार में बोल रहे थे. 23 अप्रैल तक चलनेवाले इस सेमिनार का विषय शिक्षा द्वारा समाज निर्माण रखा गया है.
रांची विवि कि कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि समाज आज बहुत ज्यादा विभाजन के दौर से गुजर रहा है. परिवार, समाज, राष्ट्र व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभाजन बहुत बढ़ गया है. आप सोचें कि आप समाज के लिए क्या दे सकते हैं, न कि समाज आपको क्या दे रहा है. हमें समाज के विकास के लिए प्रयास करना चाहिए. रांची विवि की प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार ने कहा कि अच्छी शिक्षा ही आपकी पहचान कराती है. मगध विवि, बोधगया से आये प्रो उमापति सिंह ने कहा कि हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि शिक्षा का स्तर कैसे सुधारा जाये. रांची विवि के रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी ने कहा कि देश के क्वालिटी लाइफ का आधार शिक्षा ही है. इस अवसर पर डॉ एके पांडेय, प्राचार्य डॉ एके मलकानी, डॉ रीता कुमारी, डॉ केएन शाहदेव, डॉ बीबी लाल, एकेडमिक स्टाफ कॉलेज निदेशक डॉ अशोक कुमार चौधरी, पूर्व प्राचार्य डॉ जावेद अहमद, स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ रेणु कुमार सहित कई शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे.
पुस्तक का विमोचन
सेमिनार में कुलपति ने सोवेनियर तथा मनोविज्ञान विभाग की शिक्षिका डॉ रीता कुमारी की नयी पुस्तक हाउ टू राइट रिसर्च प्रपोजल का विमोचन किया.

