रांची: सीबीआइ ने झारखंड हाइकोर्ट में शपथ पत्र दायर कर कहा है कि युवकों को नक्सली बता कर प्रशिक्षण दिलानेवाली संस्थान दिग्दर्शन के खिलाफ जांच करने में वह खुद को असमर्थ पा रही है़ सीबीआइ ने कहा है कि जांच के लिए राज्य सरकार से अधिकारी मांगे गये थे़ पर अधिकारी नहीं मिले़ सीबीआइ पहले से ही कई मामलों की जांच कर रही है. विभाग के पास संसाधन की काफी कमी है.
मामले की अगली सुनवाई आज :मामले में झारखंड काउंसिल फॉर डेमोक्रेटिक ने जनहित याचिका दायर कर कांटाटोली स्थित दिग्दर्शन संस्थान व पुलिस की मिलीभगत की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है. पिछली सुनवाई के दाैरान कोर्ट ने सभी प्रतिवादियों को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था. हाइकोर्ट में 28 अक्तूबर को इस मामले की सुनवाई निर्धारित है.
क्या है मामला
कांटाटोली के समीप स्थित दिग्दर्शन कोचिंग संस्थान ने राज्य के कई युवाओं को झांसा दिया था कि वह नक्सली बता कर उन्हें सरेंडर करायेगी और उसके बाद सीआरपीएफ , झारखंड जगुआर, जैप सहित अन्य अर्द्धसैनिक बल में नौकरी दिला देगा़ संस्थान ने युवकों से करोड़ों की ठगी की थी़ इतना ही नहीं पुरानी जेल में इन युवाओं को ट्रेनिंग भी दी गयी थी़