रांची : रांची में पिस्कामोड़ स्थित आइसक्रीम फैक्टरी के पास रहनेवाले रामाधार साय ने अपने मामा कोतवाल बिहारी सिंह (85) की अपहरण के बाद हत्या कर दी. बाद में कोतवाल सिंह के शव को धारदार हथियार से 10 टुकड़े कर दिये. साक्ष्य छुपाने के लिए शव के टुकड़ों को अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया. सिर को नगड़ी स्थित डैम के पास, धड़ को नगड़ी के पास खेत में और हाथ-पैर को पिस्कामोड़ स्थित अपने घर के पीछे फेंक दिया था. पुलिस ने रविवार सुबह अलग-अलग स्थानों से शव के टुकड़े बरामद किये. बाद में शक के आधार पर हिरासत में लिये गये रामाधार साय ने पूछताछ में पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकार कर ली.
कोतवाल सिंह की हत्या जमीन विवाद के कारण की गयी. वह रामगढ़ के चितरपुर के सोंढ़ के रहनेवाले थे. पुलिस ने हत्या में शामिल रामाधार शाय के अलावा उसके पुत्र रामजनम शाय व अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है.
सिविल कोर्ट परिसर से किया था अगवा : जानकारी के अनुसार, नगड़ी में छह एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इसे लेकर दो सितंबर को कोतवाल सिंह सिविल कोर्ट आये थे. यहीं से रामाधार शाय ने अपने मामा कोतवाल सिंह का मोटरसाइकिल से अपरहण कर लिया था. घर ले जाकर उन्हें चाय में नशीला पदार्थ मिला कर पिला दिया. बाद में कोतवाल सिंह के बेहोश हो जाने के बाद उनकी हत्या कर दी. शवों को दाउली से टुकड़े-टुकड़े कर दिये. इसके बाद दाउली को कांके डैम में फेंक दिया. कोतवाल सिंह के बेटे उमेश सिंह ( सीआइएसएफ भोपाल में असिस्टेंट कमांडेंट) ने बताया कि सिविल कोर्ट में लगे सीसीटीवी के फुटेज देख कर हमलोगों ने पुलिस को बताया था कि रामाधार शाय ने ही उसके पिता को अगवा किया.
पुलिस पर लगाये आरोप
मृतक के पुत्र उमेश कुमार सिंह व सुरेंद्र सिंह ने कोतवाली इंस्पेक्टर विजय सिंह पर 10 लाख रुपये लेकर मामले को दबाने और आरोपियों का साथ मिलीभगत कर लापरवाही बरतने की शिकायत सिटी एसपी से की है. सिटी एसपी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया.
थाने का घेराव, रोड जाम
कोतवाल सिंह की हत्या की जानकारी मिलने के बाद परिजन रविवार सुबह कोतवाली थाना पहुंचे. कोतवाली पुलिस पर कोताही बरतने का आरोप लगा कर थाना का घेराव किया और रोड जाम कर दिया. करीब एक घंटे तक रोड जाम रखा. कोतवाली डीएसपी रणवीर सिंह के समझाने के बाद मामला शांत हुआ.