प्लास्टिक अपशिष्ट के रिसाइकिल में व्यावसायिक अवसर विषय पर गोष्ठी
रांची : उद्योग सचिव प्रवीण टोप्पो ने कहा कि राज्य के उद्यमियों को आगे आकर प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन में सहयोग करना चाहिए. सीपेट, हेहल में प्लास्टिक अपशिष्ट के रिसाइकिल में व्यावसायिक अवसर विषय पर आयोजित गोष्ठी में उन्होंने उक्त बातें कही. उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे के रिसाइकिल से संबंधित कई भ्रम हैं. लोगों को सही जानकारी नहीं मिलती है. ऐसे में उद्यमियों का आगे आकर समाज को प्लास्टिक अपशिष्ट से मुक्त कराने का प्रयास बढ़िया है.
गोष्ठी का आयोजन एमएसएमइ ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीपेट) व सीएसटीएस, हेहल के साथ मिल कर किया था. आयोजन का उद्देश्य राज्य के उद्यमियों को प्लास्टिक कचरे के रिसाइकिल की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी देना और प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के प्रभावी साधनों के बारे में बताना था.
गोष्ठी में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा व कौशल विकास विभाग के निदेशक अरुण कुमार ने कहा कि उद्यमियों को समाज की बेहतरी के लिए प्लास्टिक रिसाइकिल से संबंधित उद्यमों की स्थापना करनी चाहिए.
प्लास्ट इंडिया फाउंडेशन, मुंबई से आये डॉ समीर जोशी ने प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल कर नये उत्पाद बनाने पर अपनी प्रस्तुति दी. बताया कि प्लास्टिक कचरे से ईंधन, सड़क, कपड़े समेत रोजमर्रा के इस्तेमाल की कई वस्तुओं का निर्माण किया जा सकता है. प्लास्टिक कलेक्शन सेंटर, भोपाल से आये इम्तियाज अली ने प्लास्टिक कचरा चुनने वालों का जीवन बेहतर बनाने की योजनाओं पर प्रस्तुति दी. इसके पूर्व सीपेट के निदेशक एके राव ने अतिथियों का स्वागत किया. ई-परिसर, बेंगलुरु के प्रबंध निदेशक पार्थ सारथी ने स्काइप पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर ई-वेस्ट के रिसाइकिल पर प्रस्तुति दी.
कोलकाता के एक्सट्रुजन प्राइवेट लिमिटेड के राजू बौसानो व सायन मन्ना ने वुड प्लास्टिक कंपोजिट रीसेंट ट्रेंड पर अपनी बातें रखीं. आरबीआइ, पीएनबी व एसबीआइ के अधिकारियों ने प्लास्टिक कचरे के रिसाइकिल व्यवसाय के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता के बारे में बताया. धन्यवाद ज्ञापन सीपेट के अभिषेक बख्शी ने दिया. कार्यक्रम में 150 से अधिक उद्यमियों ने हिस्सा लिया.
