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रांची : गाइड और उत्तर कुंजी के भरोसे निजी स्कूलों में पढ़ाई
रांची : राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त, मान्यता के लिए आवेदन देने वाले विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को पाठ्यक्रम के अनुरूप किताब नहीं मिलती है. जबकि कक्षा आठ की बोर्ड परीक्षा सरकार द्वारा ली जाती है. जेसीइआरटी सरकारी विद्यालयों के कक्षा आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क किताब देती है. […]
रांची : राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त, मान्यता के लिए आवेदन देने वाले विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को पाठ्यक्रम के अनुरूप किताब नहीं मिलती है. जबकि कक्षा आठ की बोर्ड परीक्षा सरकार द्वारा ली जाती है.
जेसीइआरटी सरकारी विद्यालयों के कक्षा आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क किताब देती है. सरकार द्वारा दी जाने वाली किताब बाजार में भी उपलब्ध नहीं होती. इसका लाभ निजी प्रकाशक उठाते हैं. निजी प्रकाशक किताब के आधार पर गाइड व उत्तर कुंजी बनाकर बाजार को उपलब्ध करा देते हैं. विद्यार्थी किताब के बदले बाजार से गाइड व उत्तर कुंजी खरीद कर पढ़ाई करते हैं. अंग्रेजी की उत्तर कुंजी के प्रत्येक पाराग्राफ का हिंदी में अनुवाद रहता है. विद्यार्थी किताब के बदले प्रश्न-उत्तर पढ़ते हैं. निजी प्रकाशक उत्तर कुंजी की मनमानी कीमत वसूलते हैं. राज्य में 2018 से कक्षा आठ में बोर्ड की परीक्षा ली जा रही है. पर अब तक बाजार में किताब उपलब्ध नहीं करा पायी है.
विद्यालयों के प्रधानाध्यापक बोले
किताब नहीं मिलने बच्चों को परेशानी होती है. आवश्यकता होने पर फोटो कॉपी कर बच्चों को किताब उपलब्ध कराया जाता है. बाजार में निजी प्रकाशकों द्वारा जो गाइड, उत्तर कुंजी उपलब्ध करायी जाती है, बच्चे उसी से पढ़ाई कर परीक्षा देते हैं. सरकार स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालयों को भी किताब उपलब्ध कराये.
डॉ सुरेंद्र झा, प्रधानाध्यापक, सर्वोदय उच्च विद्यालय
संघ ने किताब उपलब्ध कराने की मांग की थी : झारखंड गैर सरकारी स्कूल संचालक संघ के अध्यक्ष राम प्रकाश तिवारी ने कहा कि संघ द्वारा 2018 से ही किताब उपलब्ध कराये जाने की मांग की जा रही है. 2019 में शिक्षा विभाग ने बाजार में किताब उपलब्ध कराने की बात कही थी, पर उपलब्ध नहीं करायी गयी.
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