रांची : एसबीआइ और यूबीआइ के एटीएम में पैसा डालने के बजाय चार करोड़ सात लाख 53 हजार रुपये की धोखाधड़ी करने के केस में पुलिस ने बिपिन कुमार उर्फ गणेश ठाकुर, सुरेश कुमार महतो और राजेश कुमार महतो को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. बिपिन की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है, जबकि सुरेश और राजेश की गिरफ्तारी पाटलीपुत्र थाना क्षेत्र से हुई है.
बिपिन ही घटना का मास्टरमाइंड है. पुलिस ने उसके पास से करीब दो करोड़ रुपये भी बरामद किये हैं. वह एसआइएस का कर्मी है. घटना को अंजाम देने के बाद अपना हिस्सा लेकर वह दिल्ली चला गया था. वहीं, बाकी दो आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब 42 लाख 53 हजार रुपये बरामद किये हैं.
धोखाधड़ी के लिए बिपिन ने रखा फर्जी नाम : जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में प्राथमिकी अभियुक्त शिवम और गणेशका नाम भी फर्जी पाया गया. गणेश का मूल नाम बिपिन है. वह मधेपुरा का रहनेवाला है. पुलिस ने उसके पास से पांच मोबाइल फोन और हाथ की घड़ी, चारएटीएम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड भी बरामद कर लिया है.
उसने घटना को अंजाम देने के लिए ही अपना नाम बदल कर गणेश रख लिया था. फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रांची आ रही है. इससे पहले आरोपियों ने स्वीकार किया कि योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया था. रांची आने के बाद पुलिस विस्तार से पूछताछ करेगी. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि कई लोगों से कर्ज लिया था, जिसे चुकाने के लिए घटना को अंजाम दिया.
फोन नहीं उठाने पर कंपनी को हुआ था शक
मालूम हो कि एसआइएस कैश मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंटमैनेजर कंचन ओझा की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. उन्होंने रुपये गबन करने का आरोप कंपनी के कर्मी सुपौल निवासी गणेश कुमार ठाकुर और समस्तीपुर निवासी शिवम कुमार लगाया था. पुलिस को यह भी बताया था कि कंपनी निजी और प्राइवेट बैंक का पैसा एटीएम तक पहुंचाने का काम करती है. कंपनी की ओर से हर रूट में कैश वैन से एटीएम तक पैसा पहुंचाने के लिए दो कर्मी तैनात किये गये हैं.
कंपनी ने रुपये के कस्टोडियन गणेश कुमार ठाकुर और शिवम कुमार को रूट नंबर 106 के 20 एटीएम में पैसा डालने के लिए नियुक्त किया था. लेकिन कंपनी के कॉल सेंटर से जब 15 दिसंबर को दोनों कर्मियों को फोन किया गया तब उनका फोन बंद मिला. 16 दिसंबर को दोनों कर्मी कंपनी नहीं आये, तब आशंका हुई कि कहीं दोनों दुर्घटना में घायल तो नहीं हो गये. इसके बाद उनके वर्तमान पते पर जाकर जांच की गयी, लेकिन वहां भी दोनों नहींमिले. इसके बाद रूट नंबर 106 के सभी एटीएम की जांच की गयी. जिसके बाद 20 एटीएम के 17 एटीएम से चार करोड़ सात लाख 53 हजार रुपये कम मिले. कंचन ने पुलिस को बताया था कि घटना पांच दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच की हो सकती है.