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रांची :नक्सल क्षेत्रों में बाइक का सत्यापन कराने का निर्देश
रांची : अति नक्सल प्रभावित 19 जिलों में नक्सलियों ने पुलिस पर हमले की रणनीति में बदलाव किया है. वे झुंड की जगह टुकड़ियों में आक्रमण कर रहे हैं. इसके लिए वे ऐसी मोटरसाइकिल का सहारा ले रहे हैं, जो उनकी नहीं होती है. बल्कि ग्रामीणों और चोरी की बाइक का उपयोग करते हैं. पिछले […]
रांची : अति नक्सल प्रभावित 19 जिलों में नक्सलियों ने पुलिस पर हमले की रणनीति में बदलाव किया है. वे झुंड की जगह टुकड़ियों में आक्रमण कर रहे हैं. इसके लिए वे ऐसी मोटरसाइकिल का सहारा ले रहे हैं, जो उनकी नहीं होती है.
बल्कि ग्रामीणों और चोरी की बाइक का उपयोग करते हैं. पिछले छह माह में हुए नक्सली वारदात इसी ओर इशारा करते हैं. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि वे ग्रामीण क्षेत्र में उपयोग में लायी जा रही मोटरसाइकिल की जांच अपने क्षेत्र के जिला परिवहन पदाधिकारी के माध्यम से करायें, ताकि ग्रामीणों द्वारा नक्सलियों को मोटरसाइकिल देने और चोरी की बाइक का पता चल सके. इससे नक्सलियों की योजना पर असर पड़ेगा. मालूम हो कि इस वर्ष हुए जून में सरायकेला के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकड़ू साप्ताहिक हाट में मोटरसाइकिल से आये नक्सलियों ने हमला कर पांच पुलिसकर्मियों को गोलियों से भून दिया था.
इसके बाद नवंबर में लातेहार के लुकइया गांव में भी पीसीआर वैन पर हमला कर चार पुलिसकर्मियों को गोली मारने की वारदात को मोटरसाइकिल से आये नक्सलियों ने ही अंजाम दिया. पुलिस मुख्यालय ने पूर्व में ही जिलों को सतर्क किया था कि मुख्य मार्ग से जुड़ने वाली ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के आसपास नक्सली पुलिस को टारगेट कर सकते हैं. लातेहार के लुकइया गांव में भी ऐसा ही हुआ था. 2009 में भी लुकइयां में नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया था. लेकिन पुलिस उस घटना को भूल गयी. इसके कारण 2019 में फिर वहां पर हुई घटना में पुलिस को नुकसान उठाना पड़ा.
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