रेलवे की लचर सूचना तंत्र से परेशान हुए रेल 700 से ज्यादा यात्री
रांची : रेलवे की लचर सूचना तंत्र का खामियाजा एक बार फिर रेल यात्रियों को भुगतना पड़ा. मधुपुर रेल मार्ग पर मालगाड़ी के बेपटरी होने की सूचना सही समय पर रेलवे के अधिकारियों को नहीं मिली. इस वजह से मुरी पहुंच चुकी रांची-दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस (18619) को पांच घंटे बाद रांची लौटना पड़ा. इससे नाराज यात्रियों ने मुरी और रांची रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा किया.
शनिवार को मधुपुर रेलखंड के काशीटांड स्टेशन के पास मालगाड़ी का डिब्बा बेपटरी हो गया था. इसकी जानकारी रांची रेल मंडल के अधिकारियों को समय पर नहीं मिली. इधर, रांची-दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय रात 9:10 बजे रवाना कर दी गयी. ट्रेन रात 10:20 मुरी पहुंची.
उसके बाद ट्रेन को वहीं रोक दिया गया. घंटे भर इंतजार करने के बाद भी ट्रेन पर सवार यात्रियों को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हुआ. उन्हें लगा कि शायद ट्रेन में कुछ खराबी आयी होगी. यात्रियों ने ट्रेन के टीटीई और गार्ड से पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.
हंगामा हुआ, तो यात्रियों को दी सही जानकारी
जैसे-जैसे समय बीतता गया, यात्रियों में आक्रोश बढ़ता गया. कई यात्री सो गये. जो जागे हुए थे, उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद उन्हें मधुपुर मुख्य रेलखंड के काशीटांड स्टेशन के पास मालगाड़ी का डिब्बा डिरेल होने की जानकारी दी गयी. बताया गया कि हादसे के कारण कई ट्रेनें जहां-तहां फंसी हुई हैं. जैसे ही लाइन क्लियर होने की सूचना मिलेगी, ट्रेन को आगे बढ़ाया जायेगा.
यात्रियों ने दोबारा किया हंगामा, तो रद्द कर दी गयी ट्रेन
रात 1:00 से 2:00 बजे के तक जब ट्रेन रवाना नहीं हुई, तो यात्रियों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया. स्टेशन पर मौजूद अारपीएफ के जवानों के समझाने के बाद यात्री ट्रेन में बैठे. इसके बाद ट्रेन को रद्द कर दिया गया और ट्रेन वापस सुबह 4:00 बजे रांची लौट आयी.
नाराज यात्रियों ने रांची रेलवे स्टेशन पर हंगामा किया. उनका कहना था कि रेलवे के अधिकारी अगर चाहते, तो ट्रेन का रूट डाइवर्ट कर दुमका भेज सकते थे. दरअसल, इस घटना की वजह से पटना-हटिया, गोरखपुर-हटिया, रांची-भागलपुर, हटिया-गोरखुपर ट्रेन को परिवर्तित मार्ग से गंतव्य की ओर भेजा गया था.
मधुपुर मुख्य रेलखंड के कांशीटांड स्टेशन के पास मालगाड़ी का डिब्बा डिरेल होने से परिचालन बाधित हो गया था. रांची रेल मंडल से रवाना हुई कई ट्रेनों का रूट बदला गया था. दुमका इंटरसिटी ट्रेन जब मुरी स्टेशन पर खड़ी थी, तो सूचना आयी कि ट्रेन को रद्द कर दिया गया है. सभी यात्रियों को पूरा रिफंड किया जायेगा.
– सीपीआरओ नीरज कुमार
क्रियायोग एक्सप्रेस का इंजन खराब, 1:20 घंटे देरी से रवाना हुई
हटिया-हावड़ा क्रियायोग एक्सप्रेस का इंजन रविवार को हटिया स्टेशन में फेल हो गया. ट्रेन हटिया से रात 9:10 खुलती है. सीपीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि इंजन में पावर सप्लाई नहीं हो रही थी. इस कारण ट्रेन रात 10:30 बजे रवाना हुई. इंजन में आयी खराबी दूर कर ली गयी. इस दौरान यात्री परेशान रहे. रांची स्टेशन पर भी यात्री बार-बार इंक्वायरी में ट्रेन के विलंब होने के कारण पूछ रहे थे.
यात्री टिकट से रेलवे को करीब 1.40 लाख का नुकसान
रांची-दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस के रद्द होने से रेलवे को करीब डेढ़ लाख का नुकसान हुअा है. ट्रेन में 5 जेनरल, 2 एसएलअार, 4 स्लीपर व एक एसी कोच लगा है. एसी में 72 सीट है. एक सीट का किराया 640 रुपये. इस हिसाब से 67680 रुपये. चार स्लीपर कोच में कुल 288 सीट का किराया प्रति सीट 235 के हिसाब से लगभग 46080 रुपये, जेनरल बोगी के पांच डिब्बा का कुल सीट लगभग 450 का किराया 45 हजार होता है.
इस तरह, सभी श्रेणी के कुल टिकट का मूल्य लगभाग 1.58 लाख होता है. रेलवे ने 150 यात्रियों का काउंटर टिकट रिफंड किया है, जिसकी कीमत 18 हजार बतायी गयी. इस हिसाब से रेलवे को करीब 1.40 लाख का नुकसान हुआ. जबकि दो एसएलअार बोगी में सामान का किराया नहीं जोड़ा गया है. वहीं, ऑनलाइन टिकट यात्री जिन्होंने रद्द कराया उसका आंकड़ा रेलवे के पास नहीं है.