रांची : लोकसभा चुनावों में मिली बड़ी जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झारखंड में विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गयी है. झारखंड के साथ-साथ हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल इसी साल समाप्त होना है. इसलिए केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने तीनों राज्यों में अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना शुरू कर दिया है.
बताया जाता है कि 13-14 जुलाई को भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की झारखंड यात्रा के दौरान इस विषय पर कोर कमेटी की बैठक में चर्चा हुई. एक अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड यात्रा के दौरान श्री नड्डा ने प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों पर भी चर्चा की.
सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए श्री नड्डा 20-21 जुलाई को महाराष्ट्र और उसके बाद हरियाणा की यात्रा कर सकते हैं. हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि श्री नड्डा हरियाणा कब जायेंगे.
बहरहाल, महाराष्ट्र में भाजपा के साथ-साथ उसकी सहयोगी पार्टी शिव सेना ने भी चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं. ज्ञात हो कि भाजपा ने चंद्रकांत पाटील को मंगलवार को महाराष्ट्र प्रदेश का नया अध्यक्ष मनोनीत किया. विधानसभा चुनावों के लिए समय बहुत कम बचा है, इसलिए श्री पाटील पुरानी कमेटी के साथ ही काम करेंगे. अध्यक्ष बनाये जाने के बाद वह अपनी टीम नहीं बनायेंगे.
इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा की प्रभारी सरोज पांडेय पांच जिलों का दौरा कर चुकी हैं. वह कहती हैं, ‘चुनावों से पहले मैं हर जिले का दौरा करूंगी.’ उधर, एनडीए की सहयोगी पार्टी शिव सेना ने भी चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. शिव सेना ने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करना शुरू कर दिया है. वहीं, सरोज पांडेय कहती हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं कि मुख्यमंत्री भाजपा का ही होगा.
ज्ञात हो कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आयी नरेंद्र मोदी की सरकार के बाद इन तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे. झारखंड और हरियाणा में भाजपा ने अपने दम पर सरकार बनायी, जबकि महाराष्ट्र में शिव सेना के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था. हरियाणा में पहली बार भाजपा अपने दम पर सत्ता में आयी थी, जबकि महाराष्ट्र में उसका अपना मुख्यमंत्री बना था.
प्राइवेट एजेंसी से भाजपा ने कराया सर्वेक्षण
भारतीय जनता पार्टी ने एक निजी एजेंसी को चार राज्यों में सर्वेक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी है. एजेंसी को जनता के मूड का पता लगाने और पार्टी के संभावित उम्मीदवारों का फीडबैक देने के लिए कहा गया है. दूसरी तरफ, भाजपा ने बूथ स्तर कार्यकर्ताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है. पार्टी के कार्यकर्ताओं को सघन सदस्यता अभियान चलाने के लिए कहा गया है, ताकि चुनावों में बूथ मैनेजमेंट में कोई परेशानी न हो.