पांच सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन
झिरी में घंटों खड़े रहे कचरे से भरे ट्रैक्टर, नगर निगम ने भी ट्रैक्टर मालिकों के खिलाफ कड़े किये तेवर
नगर आयुक्त ने एसएसपी को लिखा पत्र, हड़ताल करनेवाले ट्रैक्टर मालिकों पर कार्रवाई करने को कहा
रांची/रातू : रांची नगर निगम क्षेत्र से कचरा उठाकर झिरी में डंप करनेवाले ट्रैक्टरों के मालिकों ने बुधवार को हड़ताल कर दी. सुबह राजधानी के विभिन्न वार्डों से कचरा लेकर निकले ट्रैक्टर झिरी तो पहुंचे, लेकिन वहां कचरे को डंप नहीं किया. मालिकों के निर्देश पर चालकों ने ट्रैक्टर को झिरी में सड़क पर एक कतार में खड़ा कर दिया. इसके बाद में ट्रैक्टर मालिकों ने डंपिंग यार्ड के समीप पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इधर, इस हड़ताल के कारण शहर ज्यादातर हिस्सों से कचरे का उठाव नहीं हो पाया.
झिरी में प्रदर्शन कर रहे ट्रैक्टर मालिकों का कहना था कि रांची नगर निगम द्वारा उन्हें नियमित रूप से भाड़ा नहीं दिया जाता है. वहीं, डंपिंग यार्ड की हालत बदतर हो गयी है.
एक ही धर्मकांटा एक होने के कारण ट्रैक्टर का कचरा वजन कराने में सात से आठ घंटे लग जाते हैं. ट्रैक्टर मालिकों की मांग थी कि कचरा उठाने के लिए नगर निगम उन्हें प्रति ट्रिप 500 रुपये का भुगतान करे. जीपीएस का पैसा नगर निगम के चयनित कंपनी को दिया गया है. अब नगर निगम ट्रैक्टर में जीपीएस लगाये.
अधिकारी लेते हैं पैसे, दो-तीन माह बाद हटा देते हैं
धरना में संजय साहू ने आरोप लगाया कि ट्रैक्टर चलवाने के लिए नगर निगम के अधिकारी 2000 रुपये लेते हैं. इसके बावजूद वे दो-तीन माह बाद ट्रैक्टर को हटा देते हैं.
ट्रैक्टर मालिकों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है, वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. धरना में शंकर कुमार, दिलीप लोहरा, जयराम महतो, राजकुमार साव, रंजीत उरांव, अशोक कुमार, कुलेश्वर साव, झरिया उरांव, धर्मजीत मुंडा, राजेंद्र कुमार, रामबाबू, अनिल कुमार, प्रदीप उरांव, संतोष साव, विजय कुमार, कुंजबिहारी, पिंटू कुमार, कृष्णा साहू, अशोक प्रसाद, रामलाल महली, लुरकू साहू, प्रीतम सहित अन्य शामिल थे.
हड़ताल करनेवाले ट्रैक्टरों को हटाने का आदेश
हड़ताल में शामिल 22 ट्रैक्टरों को अपर नगर आयुक्त ने हटाने का आदेश दिया. अपर नगर आयुक्त ने कहा कि इन ट्रैक्टर मालिकों के कारण ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है. इसलिए इन ट्रैक्टर मालिकों को नगर निगम के काम से निकाला जाये. साथ ही इनके द्वारा पेश किये गये किसी भी बिल का भुगतान न किया जाये.
एसएसपी को लिखा पत्र