रांची : सिमडेगा कॉलेज की छात्रा लीना टोपनो का स्नातक तीन के बजाय चार वर्ष में क्लियर हुआ. वह अपनी साथियों से एक वर्ष जूनियर हो गयी. विवि की गलती का खामियाजा लीना को भुगतना पड़ा. लीना ने सिमडेगा कॉलेज में राजनीति शास्त्र विषय से ऑनर्स करने के लिए वर्ष 2015 में नामांकन लिया था. उसके स्नातक (सत्र 2015-18) का रिजल्ट 2019 में क्लियर हुआ.
लीना वर्ष 2017 में स्नातक पार्ट टू की परीक्षा में शामिल हुई, लेकिन पार्ट टू के पेपर थ्री की उसकी कॉपी गायब हो गयी थी. इस कारण उसे फिर से पार्ट टू की परीक्षा में शामिल होना पड़ा. इससे उसका एक साल बर्बाद हो गया.
दूसरी बार पार्ट टू की परीक्षा में शामिल होने के बाद उसके पहले की परीक्षा की कॉपी भी मिल गयी. लीना को विवि ने दोनों परीक्षा के आधार पर पार्ट टू का मार्क्सशीट दे दिया. पेपर थ्री में एक परीक्षा में उसे 62 और दूसरे में 56 अंक मिला. विवि द्वारा यह कहा गया कि जिस परीक्षा में उसे अधिक अंक प्राप्त हुआ, उसी का प्राप्तांक फाइनल रिजल्ट में जोड़ा जायेगा. लेकिन, पार्ट थ्री के फाइनल रिजल्ट में 62 की जगह 56 अंक जोड़ दिया गया.
अब लीना मार्क्स में सुधार के लिए विवि का चक्कर लगा रही है. उत्तरपुस्तिका गायब होने के कारण पहले ही उसका एक वर्ष बेकार चला गया है. अब रिजल्ट में सुधार में विलंब होने से वह इस वर्ष भी आगे की पढ़ाई के लिए नामांकन नहीं ले सकेगी.
रिजल्ट में संशोधन को ले वीसी को दिया आवेदन
लीना टोपनो अपने मार्क्सशीट में सुधार के लिए विवि का चक्कर लगा रही है. पिछले दिनों उसने कुलपति को आवेदन देकर अंकपत्र में संशोधन का आग्रह किया.
लीना टोपनो का रिजल्ट जारी कर दिया गया. उसे रिजल्ट के आधार पर अंक पत्र उपलब्ध करा दिया गया है. रिजल्ट में कोई त्रुटि है, तो वह आवेदन दे. जांच के बाद सुधार किया जायेगा.
राजेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक, रांची विवि