रांची : झारखंड में सूखे की स्थिति का जायजा लेेकर लौटी केंद्रीय टीम ने झारखंड के अधिकारियों को स्थिति की जानकारी दी. टीम के सदस्यों ने राज्य सरकार के अधिकारियों को बताया कि स्थिति बहुत अच्छी नहीं है.
समय से बारिश नहीं होने से किसानों को परेशानी हुई है. राज्य सरकार ने जो मांग की है, वह ठीक लग रही है. इसके अतिरिक्त भी कुछ डिमांड सरकार करना चाहती है, तो दो दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंप सकती है. टीम दिल्ली जाकर संबंधित मंत्रालयों को स्थिति से अवगत करायेगी.
चारा फसलों की फिलहाल कमी नहीं : टीम ने कहा कि चूंकि खेतों में धान लग गया था, इस कारण चारा फसलों की कमी फिलहाल नहीं दिख रही है. कुछ दिनों के बाद जानवरों को खाने का संकट हो सकता है.
इसलिए सरकार चाहे, तो इसके लिए अलग से डिमांड कर सकती है. इसके लिए पूरी विस्तृत योजना बनाकर भेजने का निर्देश टीम ने दिया. अभी झारखंड सरकार ने करीब 819 करोड़ रुपये की मांग केंद्र सरकार से सूखा राहत में की है.
टीम के सदस्यों की रविवार को होटल बीएनअार में मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई. बैठक में मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने केंद्र से आये अधिकारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों की स्थिति ठीक नहीं है. इस कारण राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को स्थिति से अवगत कराया था.
केंद्र सरकार ने ससमय टीम भेज कर स्थिति की जांच कर ली है. यह सराहनीय कदम है. राज्य सरकार उम्मीद करती है कि जल्द ही सूखा राहत को लेकर झारखंड ने जो उम्मीद की है, वह पूरी होगी. इससे किसानों और आम लोगों के राहत के कार्य जल्द चलाये जा सकेंगे. वैसे राज्य सरकार ने तत्काल किसानों को राहत देने के लिए कई निर्णय लिये हैं. इस पर काम शुरू हो गया है.
बैठक में विकास आयुक्त डॉ डीके तिवारी, गृह सचिव एसकेजी राहटे, जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, खाद्य आपूर्ति सचिव डॉ अमिताभ कौशल, नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह, कृषि सचिव पूजा सिंघल के साथ कई विभागों के निदेशक भी मौजूद थे.
तीन टीमों ने किया दौरा
झारखंड में सूखे की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद केंद्र सरकार ने टीम भेजी थी. टीम ने तीन हिस्सों में बंट कर दौरा किया. एक टीम पलामू-गढ़वा गयी थी. दूसरी टीम ने कोडरमा और गिरिडीह में स्थिति का जायजा लिया. तीसरी टीम पाकुड़ और देवघर गयी थी. तीनों टीम के साथ झारखंड सरकार के अधिकारी भी गये हुए थे. दो दिनों का दौरा कर टीम लौट आयी. यहां अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद टीम के अधिकारी दिल्ली लौट गये.