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रांची : जयंती पर याद किये गये पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा
विभिन्न राजनीतिक दलों व बुद्धिजीवियों ने पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती पर उन्हें याद किया़ लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. रांची : पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की 79वीं जयंती पर परिजनों, बुद्धिजीवियों और आम लोगों ने उन्हें याद किया. मोरहाबादी स्थित डॉ रामदयाल मुंडा […]
विभिन्न राजनीतिक दलों व बुद्धिजीवियों ने पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती पर उन्हें याद किया़ लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया.
रांची : पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की 79वीं जयंती पर परिजनों, बुद्धिजीवियों और आम लोगों ने उन्हें याद किया. मोरहाबादी स्थित डॉ रामदयाल मुंडा पार्क में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. डॉ रामदयाल मुंडा के पुत्र गुंजल इकिर, पत्नी अमिता मुंडा, कुंवर पाहन, मोनिका टूटी, मीनाक्षी मुंडा, गिरिधारी राम गोंझू सहित अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने भी प्रतिमा स्थल पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कांग्रेसियों ने रामदयाल मुंडा को दी श्रद्धांजलि : रांची. कांग्रेस भवन में गुरुवार को डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती मनायी गयी. इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. नेताओं ने डॉ मुंडा ने झारखंड संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलायी.
उन्होंने कला, शिक्षा और जनजातीय भाषा के विकास और संरक्षण के लिए जीवन भर काम किया. डॉ मुंडा लोक संस्कृति के नायक थे. बहुआयामी व्यक्तित्व थे. राजनीति, कला, संस्कृति व समाज के प्रति समर्पित सोचवाले थे. श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में जोनल कोऑर्डिनेटर केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, राजीव रंजन प्रसाद, रवींद्र सिंह, आलोक कुमार दुबे, कुमार राजा, ज्योति सिंह मथारू, विनय सिन्हा दीपू, नेली नाथन, सुनील सिंह, राकेश सिन्हा, जगदीश साहू, सुरेन राम, राजन वर्मा, प्रेम कुमार, संजय तिवारी, अरुण श्रीवास्तव, प्रभात कुमार, राजीव प्रकाश चौधरी, कमल ठाकुर, आदि थे.
झारखंड को विशेष पहचान दिलाने में मुंडा का अहम योगदान : शिबू : रांची. झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि विश्व में झारखंड की विशेष पहचान बनाने में पद्मश्री रामदयाल मुंडा का अमूल्य योगदान है. आदिवासियों की पहचान एवं गौरवमयी इतिहास को बनाये रखने में उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन लगा दिया. डॉ मुंडा की जयंती पर मैं उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं.
हमेशा स्मरणीय रहेंगे रामदयाल मुंडा : हेमंत : रांची. रामदयाल मुंडा की जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासियों की पहचान अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने में उन्होंने अहम भूमिका निभायी.
उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन आदिवासी संस्कृति एवं उसकी विविध भाषाओं के संरक्षण के लिए समर्पित कर दिया. झारखंडी जन मानस के उत्थान के प्रति स्व मुंडा के समर्पण का ही नतीजा रहा कि झारखंड की क्षेत्रीय भाषाओं को नयी पहचान मिली. वे झारखंड के इतिहास में सदैव स्मरणीय रहेंगे.
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