पिस्कानगड़ी : विगत दिनों दो गुटों के बीच हुए तनाव से क्षेत्र के किसान काफी प्रभावित हुए हैं. वे अपने उत्पाद को दूसरी जगह ले जाकर औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हो गये हैं. नगड़ी का बाजार तनाव की भेंट चढ़ गया. इस दौरान लाखों की सब्जियां खेतों में ही बर्बाद हो गयीं. किसानों ने जो कुछ अपने खेतों से तोड़ कर लाया, उसे उन्हें औने-पौने दाम में बेचना पड़ा. इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है. नगड़ी में तनाव की स्थिति के कारण पिछले पांच-छह दिनों में लाखों का सब्जी व्यवसाय प्रभावित हुआ है.
किसान मनोज महतो ने बताया कि बाजार बंद होने से हरी मिर्च, टमाटर व भिंडी खेत में ही बर्बाद हो जा रहे हैं. बंद के दौरान सब्जियों को बाजार लेकर गये, लेकिन वाजिब भाव नहीं मिला. टमाटर पांच रुपये, मिर्च 10 रुपये व भिंडी छह रुपये किलो की दर से बिका, जो मजदूरी देने भर भी नहीं हुआ. हालांकि क्षेत्र में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. ज्ञात हो कि नगड़ी सब्जी उत्पादन में अग्रणी क्षेत्र है. यहां से उत्पादित सब्जियां ओड़िशा, बंगाल, राउरकेला आदि जगहों में भेजी जाती हैं. इसके अलावा रांची के आसपास के क्षेत्रों के सब्जी विक्रेता यहां से थोक भाव में सब्जी उठाते हैं.