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झारखंड : बकायेदार राइस मिलों पर होगा सर्टिफिकेट केस

II संजय II खरीफ मौसम 2012-13 में सरकार से धान लेकर मिलों ने नहीं दिया बदले में चावल या पैसा रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग ने राज्य भर के बकायेदार राइस मिल मालिकों पर सर्टिफिकेट केस करने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि झारखंड के 51 राइस मिलों पर गत पांच वर्षों से सरकार […]

II संजय II
खरीफ मौसम 2012-13 में सरकार से धान लेकर मिलों ने नहीं दिया बदले में चावल या पैसा
रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग ने राज्य भर के बकायेदार राइस मिल मालिकों पर सर्टिफिकेट केस करने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि झारखंड के 51 राइस मिलों पर गत पांच वर्षों से सरकार का करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है. खरीफ मौसम 2012-13 में सरकार से धान लेकर इन मिलों ने बदले में चावल या पैसा नहीं दिया. जानकारी के मुताबिक अकेले हजारीबाग के पांच राइस मिल प्रबंधन पर 42 करोड़ रुपये बकाया है.
वहीं खरीफ मौसम 2015-16 में भी कुछ राइस मिल मालिकों ने फिर से सरकार को करोड़ों का चूना लगा दिया. दरअसल धान खरीद की यह राशि खाद्य आपूर्ति विभाग से संबद्ध झारखंड राज्य खाद्य निगम की है. इस रिवॉल्विंग फंड का इस्तेमाल हर वर्ष किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद में होता था.
पोस्ट डेटेड चेक देकर खुल रहे मिल : विभाग बकायेदार मिल मालिकों के प्रति कठोर रवैया नहीं अपना रहा है. कुछ मिल मालिकों ने पोस्ट डेटेड चेक देकर अपना मिल खुलवा लिया.सबसे पहले 3.71 करोड़ रुपये बकाया वाले हजारीबाग राइस मिल, हजारीबाग ने पोस्ट डेटेड (पीडी) चेक देकर मिल खुलवा लिया. इसके लिए सिर्फ 2.5 करोड़ के कुल नौ पोस्ट डेटेड चेक दिये गये, जो अक्तूबर 2019 तक के हैं.
चेक बाउंस किया : पांच करोड़ रुपये बकाया वाले हजारीबाग के दो अौर राइस मिलों मां कामाख्या राइस प्लांट प्रा लि तथा श्री तृप्ति राइस मिल प्रा लि ने भी दिसंबर 2017 में पोस्ट डेटेड चेक देकर मिल खुलवा लिया. इधर, दोनों मिलों के (फरवरी-मार्च 2018 की विभिन्न तिथियों वाले) 3.38 करोड़ रुपये वाले पांच-पांच चेक बाउंस कर गये हैं. अब देखना है कि विभाग इनके विरुद्ध क्या कार्रवाई करता है.
एक करोड़ से अधिक के बकायेदार (2012-13 से)
नाम बकाया रकम
संकट मोचन राइस मिल, हजारीबाग 12.82 करोड़
आदित्य राइस मिल, हजारीबाग 10.48 करोड़
गणपति राइस मिल, हजारीबाग 7.87 करोड़
लक्की राइस मिल, हजारीबाग 7.18 करोड़
सत्यनारायण एग्रो प्रा लि नगड़ी, रांची 5.87 करोड़
बालाजी राइस मिल गम्हरिया, पू सिंहभूम 4.45 करोड़
एसआरबी फूड, देवघर 3.98 करोड़
हजारीबाग राइस मिल, हजारीबाग 3.71 करोड़
देवघर मिल झौंसागढ़ी, देवघर 2.17 करोड़
रानी सती राइस मिल दुमका रोड, जामताड़ा 1.56 करोड़
गणेश राइस मिल धालभूमगढ़, पू सिंहभूम 1.16 करोड़
प्रतीक एग्रो एक्सपोर्ट प्रा लि काठीटांड़, रांची 1.08 करोड़
वित्तीय वर्ष 2015-16 के बकायेदार मिल
मां कामाख्या राइस प्लांट, हजारीबाग 2.97 करोड़
श्री तृप्ति राइस मिल, हजारीबाग 2.06 करोड़

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