Advertisement
दूसरे अस्पतालों से रेफर होकर आये मरीजों की पूरी जानकारी और आंकड़ा रखेगा रिम्स प्रबंधन
मरीज को इमरजेंसी में भर्ती करते समय ही दर्ज होगा रेफर करनेवाले अस्पताल का नाम रांची : कई बार राज्य के विभिन्न जिलों के सरकारी या निजी अस्पतालों से मरीजों को बेहद गंभीर स्थिति में रिम्स रेफर कर दिया जाता है. ऐसे ज्यादातर मरीजों की रिम्स पहुंचने के बाद मौत हो जाती है, जिससे रिम्स […]
मरीज को इमरजेंसी में भर्ती करते समय ही दर्ज होगा रेफर करनेवाले अस्पताल का नाम
रांची : कई बार राज्य के विभिन्न जिलों के सरकारी या निजी अस्पतालों से मरीजों को बेहद गंभीर स्थिति में रिम्स रेफर कर दिया जाता है. ऐसे ज्यादातर मरीजों की रिम्स पहुंचने के बाद मौत हो जाती है, जिससे रिम्स में मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ जाता है. इससे रिम्स की छवि प्रभावित होती है.
इससे निबटने के लिए रिम्स प्रबंधन ने नयी व्यवस्था तैयार की है. अब दूसरे अस्पतालों से रेफर होकर रिम्स आनेवाले मरीजों पर नजर रखी जायेगी. इमरजेंसी में भर्ती होने के दौरान ही बाकायदा उस अस्पताल का नाम दर्ज किया जायेगा, जहां से मरीज को रिम्स के लिए रेफर किया गया है.
गौरतलब है कि प्रभात खबर ने 14 फरवरी को ‘साल भर में रिम्स में मर गये 8,982 मरीज’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी. इस संबंध में रिम्स के निदेशक ने कहा था कि रिम्स में मौत का बड़ा हिस्सा बाहर से आनेवाले मरीजों के कारण होता है. इसके अलावा रिम्स प्रबंधन ने डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल रिकॉर्ड (एमआरडी) को यह भी निर्देश दिया है कि वह इमरजेंसी व वार्ड से तालमेल बनाये.
यह ध्यान रखें कि मरीज कहां से रेफर हो आ रहे हैं. उसका डाटा अवश्य तैयार करें. इसके अलावा रिम्स के सभी विभागाध्यक्षों को भी निर्देश दिया गया है कि वह अपनी यूनिट इंचार्ज को रेफर हो कर आनेवाले मरीजों की पूरी हिस्ट्री तैयार करके रखें. इससे स्वस्थ होकर जानेवाले या फिर मौत होने का सही आंकड़ा रिम्स के पास मौजूद रहे. इमरजेंसी में रेफर होकर आनेवाले मरीजों का मैनुअल रिकाॅर्ड तैयार किया जा रहा है. तीन-चार दिन में इमरजेंसी में स्थित साॅफ्टवेयर में यह प्रावधान कर दिया जायेगा कि मरीज रिम्स या रिम्स के बाहरी अस्पताल से रेफर हाेकर आया है. इससे पूरा रिकाॅर्ड रहेगा.
डॉ गोपाल श्रीवास्तव, उपाधीक्षक, रिम्स
रिम्स निदेशक पद के लिए अब तक आये हैं 10 आवेदन
रांची. रिम्स निदेशक पद के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास अबतक 10 आवेदन आये हैं. जबकि, पिछली बार 21 आवेदन आये थे. 15 फरवरी को आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि थी.
इस दौरान रिम्स के आरके श्रीवास्तव, विवेक कश्यप, केके सिंह, एके चौधरी, एसएस चौधरी व तुलसी महतो ने आवेदन दिया है. वहीं बीएचयू के एलडी मिश्रा, आइजीएमस के एसके शाही, मुजफ्फरपुर के डीके सिन्हा व एससी कर्ण ने भी आवेदन दिया है. बताया गया कि अब चयन समिति द्वारा इन डॉक्टरों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जायेगा. इसके बाद तीन लोगों का नाम चयन कर सरकार के पास भेजा जायेगा. इनमें से किसी एक का चयन कर रिम्स निदेशक के पद पर नियुक्त किया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement