चितरपुर : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने गरीबी के कारण न्यूज पेपर बेच कर अपनी पढ़ाई पूरी की और वैज्ञानिक बने. कुछ ऐसी ही कहानी चितरपुर के माउंट एवरेस्ट पब्लिक स्कूल (वर्ग चार) के छात्र आमिर हुसैन (10 वर्ष) की है. आमिर दूध बेच कर अपनी पढ़ाई के साथ – साथ परिजनों का भरण- पोषण भी कर रहा है. वह अपने क्लास में पढ़ने में सबसे आगे है. आमिर ने 2017-18 के इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलिंपियाड (आइएमओ) में गोल्ड मेडल जीत चुका है. वह सुबह पांच बजे उठ कर नमाज अदा करता है. इसके बाद वह गाय को खाना खिलाता है. गाय का दूध निकाल कर बोतल में भरता है.
इसके बाद वह दो घंटे पढ़ाई करता है. स्कूल जाते समय वह 10 किलो दूध लेकर निकल जाता है. विभिन्न घरों में दूध देने के बाद वह साइकिल को रख कर समय पर विद्यालय पहुंचता है. विद्यालय में पढ़ाई करने के बाद वह घर जाता है. उसने बताया कि दूध के पैसे से वह परिवार को भी चला रहा है. आमिर का कहना है कि वह अपनी पढ़ाई के साथ – साथ सभी भाई-बहनों को पढ़ायेगा. दूध बेच कर वह लगभग 12 हजार कमाता है.
वैज्ञानिक बनाने का लक्ष्य : साजिद
विद्यालय के निदेशक साजिद हुसैन ने बताया कि आमिर में प्रतिभा भरी हुई है. वह मेहनती है. उसे वैज्ञानिक बनाने के लिए सारे प्रयास किये जायेंगे. साजिद का मानना है कि आगे चल कर आमिर शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान बनायेगा.