गुमला: शहीद अलबर्ट एक्का पढ़ाई में जरूर कमजोर थे, लेकिन खेल में वे आगे रहते थे. उनका पसंदीदा खेल हॉकी था. उस जमाने में घर में बनाये गये हॉकी स्टीक व कपड़ा बांध कर बनाये गये गेंद से वे हॉकी खेलते थे. इतना ही नहीं, खेती-बारी में वे पूरा समय देते थे. हल चलाना व […]
गुमला: शहीद अलबर्ट एक्का पढ़ाई में जरूर कमजोर थे, लेकिन खेल में वे आगे रहते थे. उनका पसंदीदा खेल हॉकी था. उस जमाने में घर में बनाये गये हॉकी स्टीक व कपड़ा बांध कर बनाये गये गेंद से वे हॉकी खेलते थे. इतना ही नहीं, खेती-बारी में वे पूरा समय देते थे. हल चलाना व खेत जोतने का काफी शौक था.
शहीद लांस नायक अलबर्ट एक्का के इन्हीं शौकों के बारे में उनकी पत्नी बलमदीना एक्का ने कुछ यादें साझा की. शनिवार को आधा घंटे की बातचीत में बलमदीना ने कई पुरानी व नयी बातों को याद किया. 82 वर्षीय बलमदीना ठीक ढंग से हिंदी बोल नहीं पाती. वह नागपुरी सादरी भाषा में बात करती हैं.
बलमदीना ने कहा कि उनका पति अलबर्ट हॉकी खेल में सबसे आगे थे. उनका शरीर भी मजबूत था. हॉकी खेल के अलावा चिड़िया मारने का भी शौक था. गांव में जब फुर्सत का क्षण मिलता था, तो सभी दोस्त चिड़िया मारने जंगल जाते थे. खेत में जब धान तैयार हो जाता था, उस समय पक्षी धान चुगने आते थे. फसल को बचाने के लिए अलबर्ट खेतों की निगरानी किया करते थे. बचपन से ही वह सेना में जाने की बात करते थे. वह सेना में गये. दुश्मनों का छक्का छुड़ाते हुए शहीद हुए. आज पूरा देश उसे नमन करता है. मुझे गर्व है कि वे मेरे पति थे. सेना में रहते हुए वे जब भी छुट्टी के दौरान आते थे, हॉकी जरूर खेलते थे. खेत भी जोतते थे.
मेरा टूटा घर बनवा दे सरकार : बलमदीना एक्का
शहीद अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का ने एक बार फिर कहा है कि उनका घर टूट कर गिर रहा है, लेकिन सरकार व प्रशासन का ध्यान नहीं है. बरसात में घर गिरा था, जिसकी अभी तक मरम्मत नहीं हुई है. मैंने प्रशासन से घर बनवाने की मांग की थी. बलमदीना ने राज्य सरकार से टूटे घर को बनवाने की मांग की है. कहा है कि जिस खपरैल घर में अलबर्ट एक्का का जन्म हुआ था, उस घर की मरम्मत हो. पांच कमरे थे. तीन कमरे गिर गये. दो कमरे हैं, वह भी गिरने के कगार पर है. उस घर में अभी कोई नहीं रहता है. ताला लगा कर घर को रखते हैं.