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सर्जिकल आइटम के धंधे की कहानी : कॉटन व बैंडेज में 100% से 343% तक का मुनाफा

राजीव पांडेय रांची : सर्जरी में इस्तेमाल किये जानेवाले छोटे-छोटे आइटम जैसे गॉज, काॅटन व बैंडेज पर भी खुदरा दवा दुकानदार, छोटे अस्पताल व क्लिनिक मरीजों से बड़ा मुनाफा कमाते हैं. इन सर्जिकल आइटम पर इन्हें 100 से 343 फीसदी तक मुनाफा होता है. बड़े अस्पताल थान में गॉज, काॅटन व बैंडेज मंगाते हैं. वहीं, […]

राजीव पांडेय
रांची : सर्जरी में इस्तेमाल किये जानेवाले छोटे-छोटे आइटम जैसे गॉज, काॅटन व बैंडेज पर भी खुदरा दवा दुकानदार, छोटे अस्पताल व क्लिनिक मरीजों से बड़ा मुनाफा कमाते हैं. इन सर्जिकल आइटम पर इन्हें 100 से 343 फीसदी तक मुनाफा होता है. बड़े अस्पताल थान में गॉज, काॅटन व बैंडेज मंगाते हैं. वहीं, छोटे क्लिनिक व अस्पताल छोटे-छोटे रोल में आनेवाले गॉज व कॉटन का प्रयोग करते हैं. कुछ अस्पताल इनका खर्च मरीजों से पैकेज के नाम पर लेते हैं, तो कुछ ओटी चार्ज में जोड़ देते हैं.

चार इंच का राेल बैंडेज थोक में छह रुपये में मिलता है, जिसे खुदरा दुकानदार 166 प्रतिशत की मार्जिन पर 16 रुपये में बेचते हैं. इस पर एमआरपी भी 16 रुपये ही अंकित होता है. क्लिनिक व छोटे अस्पताल इसके लिए मरीजों से 12 रुपये लेते हैं. इन्हें करीब 100 फीसदी तक का मुनाफा होता है. इसी तरह छह इंच का रोल बैंडेज थोक में नौ रुपये में मिलता है, जिसे खुदरा दुकानदार 24 रुपये तक में बेचते हैं. अस्पताल मरीजों से 18 रुपये चार्ज करते हैं.

300 ग्राम का कॉटन का थोक मूल्य 80 रुपये होता है, जिसे खुदरा दुकानदार 182 रुपये में बेचते हैं. अस्पताल व क्लिनिक इसी 300 ग्राम के कॉटन के लिए खुदरा दुकानदारों से भी अधिक 280 रुपये वसूलते हैं. यानी उन्हें 250 फीसदी तक का मुनाफा होता है. सारा खेल एमआरपी का होता है.
दवाई दोस्त में सस्ते में सर्जिकल आइटम
जेनेरिक दवा दुकान दवाई दोस्त में सर्जिकल आइटम सस्ती दरों में उपलब्ध कराया जाता है. यहां 300 ग्राम का कॉटन 109.7 रुपये में, चार इंच का बैंडेज 7.10 रुपये में और छह इंच का बैंडेज 8.75 में मिलता है.
सर्जिकल अाइटम में मनमाना एमआरपी होने व मरीजों पर पड़नेवाले बोझ का झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (झासा) विरोध करता है. यह दुर्भाग्य है. एसोसिएशन से राज्य में जितने भी डॉक्टर जुड़े हैं, हम उनसे आग्रह करते हैं कि वह अपने स्तर से प्रयास करें. मरीज को वास्तविक मूल्य पर ही सर्जिकल आइटम उपलब्ध कराने का प्रयास करें.
– डॉ विमलेश सिंह, झासा
थान में मंगाते है गॉज व बैंडेज, सर्जरी के पैकेज में शामिल होती है कीमत : कॉरपोरेट व बड़े अस्पताल गॉज व बैंडेज थान में मंगाते हैं. एक थान गॉज की कीमत 160 रुपये होती है, जबकि इस पर एमआरपी 710 रुपये लिखा होता है. यानी इस पर 343 फीसदी की मार्जिन होता है. बैैंडेज थान 210 रुपये में मिल जाते हैं, लेकिन इस पर एमआरपी 800 रुपये तक लिखा होता है. यानी इस पर 280 फीसदी की मार्जिन होती है. हालांकि बड़े अस्पताल गॉज, बैंडेज आइटम्स की कीमत अलग से चार्ज नहीं करते है, लेकिन सर्जरी के पैकेज में इसका पैसा जुड़ा होता है.
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सर्जिकल आइटम के नाम पर हो रहे खेल को प्रभात खबर लगातार प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है. अगर आपके पास सर्जिकल आइटम को लेकर कोई जानकारी है, तो आप संबंधित कागजात के साथ प्रभात खबर को इ-मेल rajib.pandey@prabhatkhabar.in के जरिये हमें भेज सकते हैं.

सर्जरी थोक खुदरा अस्पताल
आइटम्स कीमत दाम वसूलते हैं
बैंडेज चार इंच Rs 06 Rs 16 Rs 12
बैंडेज छह इंच Rs 09 Rs 24 Rs 18
कॉटन 300 ग्राम Rs 80 Rs 182 Rs 280

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