फोटो फाइल 19आर-1-बंद पडा विवाह भवन, फोटो फाइल 19आर-2- बेकार पडा जलमीनार, फोटो फाइल 19आर-3- अधुरा जलमीनार, फोटो फाइल 19आरयय-4-महमूद अंसारी, फोटो फाइल 19आर-5-मो आलम, फोटो फाइल 19आर-6-मो शमसेर, फोटो फाइल 19आर-7-विशेश्वर ठाकुर, फोटो फाइल 19आर-8- मुरारी मुंडा. रामगढ़ नगर परिषद का गठन वर्ष 2018 में किया गया था. इसमें कुल 32 वार्ड शामिल हैं. नगर परिषद का पहला कार्यकाल वर्ष 2023 में समाप्त हो गया. लेकिन इसके बाद से दो वर्षों में चुनाव नहीं कराये गये हैं. वर्तमान में नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी के अधीन संचालित हो रही है. रामगढ़, मांडू और पतरातू प्रखंड इसके क्षेत्र में आते हैं. प्रभात खबर नगर परिषद के विभिन्न वार्डों की जमीनी हकीकत उजागर कर रहा है. इस कड़ी में प्रस्तुत है वार्ड संख्या 11 की विस्तृत रिपोर्ट. वार्ड 11 में मनुआ लगभग पूरा समाहित है. यह उत्तर में कोशिलवा टांड़ से पंचायत सचिवालय होते हुए क्वालिटी रिफ्रेक्ट्रीज तक, दक्षिण में मनुआ पुल से नईसराय-गिद्दी रोड, कुम्हार टोली चौक और बजरंगबली मंदिर होते हुए आदिवासी रेलवे लाइन तक फैला है. पूरब में यह छावनी परिषद के वार्ड नंबर 1 से सटा है. इस वार्ड में उपर टोला, नीचे टोला, नीम टोला, महुडर टोला, आजाद नगर, ठाकुर टोला, प्रजापति टोला, हेसला ठाकुर टोला, बेदिया टोला, खान टोला, मस्जिद टोला और दामाद मुहल्ला शामिल हैं. वार्ड में लगभग 2800 मतदाता हैं. यहां के अधिकांश लोग दैनिक मजदूरी करते हैं. इस वार्ड में नाई, प्रजापति, बेदिया, मुंडा, करमाली, अंसारी, ऐराकी, खान, यादव और अनुसूचित जातियों के लोग रहते हैं. इनमें अंसारी समुदाय की संख्या सबसे अधिक है. वार्ड की प्रमुख समस्याएं वार्ड में जल संकट सबसे बड़ी समस्या है. दामाद मुहल्ला, बेदिया टोला, प्रजापति मुहल्ला और मुंडा टोला में जलमीनार लगायी गयी हैं, लेकिन मुंडा टोला का जलमीनार डेढ़ वर्ष से खराब पड़ी है. आजाद नगर में बन रहा जलमीनार वर्षों से अधूरी है. नल-जल योजना अब तक यहां नहीं पहुंची है. लोग चापानल के पानी पर निर्भर हैं. मनुआ पंचायत भवन के समीप बनाया गया करोड़ों की लागत वाला विवाह भवन दो वर्षों से बंद पड़ा है. इसका कोई केयरटेकर नहीं है. न ही कोई नीति बनी है जिससे इसका उपयोग हो सके. प्रधानमंत्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय मनुआ में डीएमएफटी से करोड़ों रुपये आवंटित किए गए हैं. इस राशि से अतिरिक्त कमरे, आधुनिक किचन और शौचालय का निर्माण होना था. लेकिन जमीन के अभाव में काम रुका हुआ है. क्या कहते वार्ड के लोग मनुआ के सदर महमूद अंसारी ने कहा कि मनुआ में बनाया गया सार्वजनिक विवाह भवन चालू नहीं किया गया है. इसका कोई केयर टेकर नहीं है. करोड़ों का भवन बनने के बाद भी ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं है. मो आलम ने कहा कि मस्जिद टोला में तीन चापानल है, जिसमें पानी रूक-रूककर आता है. इस टाेला में जलमीनार की जरूरत है. मो शमशेर अंसारी ने कहा कि इस वार्ड में नल-जल नहीं पहुंचा है. यहां भी यह योजना आनी चाहिए. विशेश्वर ठाकुर ने कहा कि ठाकुर मुहल्ले में पानी की काफी दिक्कत है. एक ही चापानल पर पूरा मुहल्ला निर्भर है. इस टोला में जलमीनार की जरूरत है. मुरारी मुंडा ने बताया कि लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व दामोदर नदी से पानी की योजना का पाईप बुमरी ले जाया जा रहा था. इस दौरान मुंडा टोली जलमीनार का पाईप टूट गया. इसके बाद से इस टोला में लगाया गया जलमीनार बेकार है. पीएम श्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्राधानाचार्य सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि यह विद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य के लिए जाना जाता है. इसके विकास के लिए डीएमएफटी से करोड़ो रूपया आवंटित है. स्कूल के बगल में जीएम लैंड होने के बावजूर जमीन के अभाव में काम रूका है. क्या कहती हैं निवर्तमान वार्ड पार्षद वार्ड पार्षद आमरीन मंजर ने बताया कि उन्होंने अपने वार्ड क्षेत्र में करोड़ो की लागत से महत्वकांक्षी विवाह भवन का निर्माण कराया. भवन बनने के दो वर्ष बाद भी इस विवाह भवन का उपयोग नहीं हो रहा है. केयरटेकर के अभाव में भवन जर्जर हो रहा है. विभाग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर घर नल-जल योजना के लिए काफी प्रयास किया. सर्वे भी हुआ. वार्ड क्षेत्र से बुमरी के लिए पाईपलाईन निकाला गया. लेकिन यह वार्ड इस योजना से वंचित है. कहा कि उनके द्वारा विकास के कई कार्य किये गये हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है