मेदिनीनगर ़ शहर के बाइपास रोड स्थित आंबेडकर छात्रावास के बाउंड्री के अंदर 26 करोड़ की लागत से नये छात्रावास का निर्माण होना है. जिसके लिए टेंडर के प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. संबंधित ठेकेदार को काम भी अलॉट कर दिया गया है. लेकिन पुराने छात्रावास में रहने वाले छात्र छात्रावास खाली नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण निर्माण कार्य शुरू करने में बाधा उत्पन्न हो रही है. जिला प्रशासन ने पिछले तीन माह में खाली करने के लिए तीन बार नोटिस दिया है. अंतिम नोटिस एक सितंबर को दिया गया है. लेकिन अभी तक छात्रावास के पीछे वाले हिस्से में रहने वाले छात्रों ने अभी तक कमरा खाली नहीं किया है. निर्माण के लिए आंबेडकर छात्रावास के पिछले हिस्से को तोड़ा जाना है. सदर एसडीओ सुलोचना मीणा ने कहा कि तीन बार नोटिस दिये जाने के बाद भी छात्रावास खाली नहीं किया गया है. अब प्रशासन छात्रावास को खाली कराने के लिये मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त करेगा. इसके बाद पुलिस बल की उपस्थिति में छात्रावास को खाली कराया जायेगा, ताकि निर्माण-कार्य शुरू किया जा सके. इसके लिए एसडीओ सुलोचना मीणा की अध्यक्षता में शनिवार को सदर सीओ अमरदीप मल्होत्रा, सदर बीडीओ जागो महतो, शहर थाना प्रभारी ज्योति लाल रजवार, आंबेडकर छात्रावास के अधीक्षक डॉ अजय राम व संवेदक के साथ बैठक की गयी. जिसमें जल्द खाली करने का आदेश दिया गया है. इसके पहले चरण में पेड़ काटने का काम शुरू किया जायेगा. आंबेडकर छात्रावास की बाउंड्री के अंदर 26 करोड़ की लागत से नये छात्रावास का निर्माण किया जायेगा. जो जी प्लस छह अर्थात सात तल्ला निर्माण होगा. जिसमें दो लिफ्ट भी लगाया जायेगा. जिसमें एक साथ 16 बच्चे एक बार में जा सकते हैं. जिसमें करीब 520 छात्र के रहने की व्यवस्था होगी. 92 हजार स्क्वायर फीट जमीन की जरूरत होगी. पौने दो साल में इसका निर्माण कार्य पूरा कर दिया जायेगा. झारखंड भवन निर्माण निगम इसकी कार्यकारी एजेंसी है. छात्रावास में पार्किंग की भी व्यवस्था होगी. सबसे नीचे वाले हिस्से में कीचेन व डाइनिंग हॉल की व्यवस्था होगी. प्रत्येक कमरे में अलमीरा, टेबल, चेयर व बेड की भी व्यवस्था की जायेगी. अनाधिकृत रूप से रहनेवाले लोगों को खाली करना होगा छात्रावास : अधीक्षक अंबेडकर छात्रावास के हॉस्टल सुपरीटेंडेंट डॉ अजय राम ने कहा कि जो भी व्यक्ति व छात्र अनाधिकृत रूप से छात्रावास में रह रहे हैं. उन्हें खाली करना पड़ेगा. कहा कि 178 छात्रों की सूची एसडीओ को दिया गया है. इसकी जांच की जायेगी. इस छात्रावास में रहने के लिए अधिकृत हैं. बताया कि जो छात्र हॉस्टल के 15 किलोमीटर के एरिया में रहते हैं. सिर्फ वही छात्र आंबेडकर छात्रावास में रह सकते हैं. मैट्रिक के बाद जो छात्र शहर के विभिन्न संस्थान में एडमिशन लेते हैं. वे यहां रह सकते हैं. लेकिन इसके लिए उन्हें प्रमाण देना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कई छात्रों के द्वारा कई बार प्रमाण मांगे जाने के बावजूद भी नहीं दिया जा रहा है.
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