मेदिनीनगर. योध सिंह नामधारी महिला महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग, एनएसएस इकाई व समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में माहवारी स्वच्छता दिवस पर एक दिवसीय विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. मुख्य अतिथि पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार, छतरपुर सीडीपीओ व पांकी के सुपरवाइजर मौजूद थे. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरियों व छात्राओं के बीच माहवारी स्वच्छता के महत्व पर जागरूकता फैलाना है. इससे जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों को दूर करना था. विषय प्रवेश डॉ मिनी टुडू के द्वारा किया गया. कहा कि आजकल की जीवनशैली, खान-पान में बदलाव, बढ़ते तनाव के कारण लड़कियों में कम उम्र में ही माहवारी की शुरुआत हो रही है. यह एक चिंता का विषय है. यह न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक विकास को भी प्रभावित कर सकता है. कहा कि माहवारी एक जैविक प्रक्रिया है. जिसे लेकर समाज में व्याप्त चुप्पी को तोड़ना और किशोरियों को सही जानकारी देना अत्यंत आवश्यक है. सिविल सर्जन ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम पुरानी सोच और रूढ़ियों को पीछे छोड़ कर नयी समझ व जागरूकता की ओर बढ़ें. अगर कोई भाई अपनी बहन के लिए सेनेटरी नैपकिन लाने में झिझक नहीं करता. तब इससे बड़ी सामाजिक चेतना और कुछ नहीं हो सकती. कॉलेज परिसर में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन का उद्घाटन भी किया. जो छात्राओं को स्वच्छता संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक व भाषण प्रतियोगिता जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्राओं ने माहवारी से संबंधित मिथकों को तोड़ने व स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने का सशक्त संदेश दिया. भाषण प्रतियोगिता में रितिक राज प्रथम, ईशा दुबे द्वितीय व सुगंधा कुमारी तृतीय स्थान पर रही एनएसएस की छात्राओं के द्वारा बेहतरीन नुक्कर नाटक का मंचन किया गया. मौके पर डॉ ललित भगत, डा सुप्रिया सोनालिका, डा मंजू कुमारी, प्रोफेसर सीमा कुमारी, डा जेनिफर गुड़िया, डा दीपक पंडित व काफी संख्या में छात्राएं मौजूद थी. मंच संचालन डॉ मिनी टुडू के द्वारा किया गया. अध्यक्षता कॉलेज इंचार्ज डॉ मशरिक जहां ने की.
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